मिल्कीपुर, अयोध्या। सीएचसी मिल्कीपुर में स्टाफ नर्स द्वारा सुविधा शुल्क मांगे जाने के प्रकरण में डेढ़ माह बाद भी कोई कारवाई नहीं हुई है। कारवाई न होने की वजह से भ्रष्टाचार के न रुकने का आरोप ग्रामीण लगा रहे है। मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के अमानीगंज के मंझनपुर गांव के रहने वाले राजेश का आरोप है कि बीते 23 दिसंबर को वह अपनी साली को सीएचसी मिल्कीपुर पर प्रसव पीड़ा के बाद लाया। राजेश का आरोप है कि सीएचसी पर मौजूद नर्स रिशु सिंह द्वारा प्रसव के नाम पर ग्यारह सौ रुपए की मांग की गई। सुविधा शुल्क देने से मना किए जाने पर मनबढ़ नर्स रिशु सिंह आग बबूली हो गई और उनके मरीज की सही देखभाल ना करने तथा सरकारी सुविधा का लाभ से वंचित रखने की भी धमकी देते हुए उसे डराया धमकाया भी गया था। जिसकी शिकायत पीड़ित द्वारा उसी दिन सीएचसी अधीक्षक से की थी। जिसके बाद अधीक्षक द्वारा रिशु सिंह को 24 घंटे के भीतर अपना स्पष्टीकरण देने का निर्देश देते हुए कहा था। लेकिन अधीक्षक हसन किदवई द्वारा डेढ़ माह बीत जाने के बावजूद स्टाफ नर्स के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई।