जलालपुर, अंबेडकर नगर । उन्होंने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही और बर्बरता का आरोप लगाकर लगाया और पीड़ित महिलाओ और युवकों से मिलकर घटना के बाबत जानकारी लिया। उसके पश्चात उपजिलाधिकारी हरीशंकर लाल और सीओ देवेन्द्र कुमार से की गई कार्यवाही की जानकारी लिया। उपजिलाधिकारी हरिशंकर लाल ने बताया कि वाजिदपुर मुख्य सड़क पर स्थित कोने की भूखंड एक बिस्वा बंजर खाता में दर्ज है।इसी तिकोनी जमीन पर बाबा की प्रतिमा है।
प्रतिमा पर अराजक तत्वों द्वारा कालिख पोतने के बाद सड़क जाम कर रही महिलाओ को समझा बुझाकर हटा दिया गया और दी गई तहरीर पर दो नामजदों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। शाम को भीम आर्मी के प्रवीण यादव, निखिल राव समेत दर्जनों के बीच हुई पंचायत के बाद मामला शांत हो गया। समझौता के अनुसार जब छः नवंबर को नगरपालिका के कर्मी साफ सफाई करने पहुंचे तो उग्र महिलाओ ने सड़क पर ईंट रखकर जाम लगा दिया।जब उन्हें समझौता की बात बताई गई तो वे गाली गलौज मारपीट करने लगी जिससे माहौल बिगड़ गया। इसी दौरान दर्जनों युवकों ने हाथ में लाठी डंडा और ईंट पत्थर लेकर तहसीलदार को दौड़ा लिया। तहसीलदार, पुलिस, आम राहगीर का जहां वाहन तोड़ा गया वही आधा दर्जन महिला और पुरुष सिपाहियो पर ईंट पत्थर मारकर घायल कर दिया गया। भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने सड़क पर लाठियां भाजी। पुलिस वर्तमान समय में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है मामला पूरी तरह शांत है। चंद्रशेखर ने अपने समर्थकों को समझा बुझाकर और उच्चाधिकारियों से बात करने की बात कह वापस लौट गए। चन्द्र शेखर ने कहा कि मैं उपद्रवियों का कतई समर्थन नहीं करता हूं किंतु महिलाओ और बेटियों को दौड़ा दौड़ा कर लाठी डंडा से पीटने वाले पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग करता हूं तथा पुलिस प्रशासन दलितों का उत्पीड़न बंद करे। जेल में पीड़ितों से नही मिलने दिया गया। सीओ और कोतवाल भीड़ रोकने के लिए माइक पर धारा 144 लगने का हवाला देते हुए पांच लोगो को इकट्ठा होने से रोक रहे थे, उधर भीम आर्मी समर्थक पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद का नारा लगाते रहे। इस दौरान पुलिस प्रशासन मौन रहकर वीडियो ग्राफी कराने में व्यस्त रहा। मौके पर एडीएम अशोक कन्नौजिया, अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय भीटी सीओ रूक्मणी वर्मा के साथ महिला थाना प्रभारी बंदना अग्रहरी, कोतवाल संत कुमार सिंह, मालीपुर थानाध्यक्ष राकेश कुमार, कटका थानाध्यक्ष अभय कुमार, जैतपुर थानाध्यक्ष गुड्डू जोशी सम्मनपुर थानाध्यक्ष दीपक सिंह रघुबशी के साथ सैकड़ो पीएसी और महिला पुरुष पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे।