◆ विभागों को सौंपी गए जिम्मेदारी, मेले से पहले सभी तैयारियां होंगी पूरी
अयोध्या । श्रावण झूला मेला और कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली है। जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई, जिसमें मेला को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए विभिन्न विभागों को दिशा-निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस बार श्रावण मास में चार सोमवार (14, 21, 28 जुलाई और 4 अगस्त) पड़ रहे हैं। इन दिनों अयोध्या में सरयू स्नान, नागेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक और अन्य धार्मिक गतिविधियों के लिए लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि 14 जुलाई से पहले अपनी-अपनी तैयारियां पूरी कर लें।
सड़क, लाइट, जलनिकासी और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
डीएम ने निर्माणाधीन सड़कों को समय से पहले पूरा करने, खराब स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करने, जलभराव से प्रभावित इलाकों में पंप सेट लगाने और पेयजल, साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कहा कि ट्रैफिक कंट्रोल, बेरिकेडिंग, मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। मेला क्षेत्र को जोन व सेक्टरों में बांटते हुए अलग-अलग अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग को मेला क्षेत्र में प्राथमिक उपचार केंद्र और एम्बुलेंस की तैनाती, जबकि विद्युत विभाग को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए। साथ ही मोबाइल ट्रांसफार्मर, कंट्रोल रूम और कर्मचारियों की शिफ्टवार ड्यूटी की भी व्यवस्था होगी।
बैठक में नगर निगम, विकास प्राधिकरण, पर्यटन, एनएचएआई, खाद्य, रोडवेज, रेलवे समेत सभी विभागों ने अपने-अपने कार्यों की रूपरेखा प्रस्तुत की। डीएम ने स्पष्ट किया कि किसी भी हाल में श्रद्धालुओं को असुविधा न हो—यह प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
श्रावण मेले के प्रमुख पर्व—मणि पर्वत मेला (27 जुलाई), नागपंचमी (29 जुलाई), तुलसी जयंती (31 जुलाई) व रक्षाबंधन (9 अगस्त) जैसे आयोजनों को भी बेहतर समन्वय से सम्पन्न कराने के निर्देश दिए गए।