जलालपुर अंबेडकर नगर। कानूनगो द्वारा रास्ता निकलवाने के नाम पर पुत्र को खाते मे घूस की रकम लेने के बावजूद कानूनगो के विरुद्ध कार्यवाही नहीं होने से जहां अन्य राजस्वकर्मियों के हौसले बुलंद है वही अधिकारियों के ऊपर सवाल उठ रहा है।यह हाल तब है जब तहसील के कुल तीन लेखपालों को एंटी करप्शन पुलिस टीम घुस लेते रंगे हाथ पकड़ कर जेल भेज चुकी है। इसके बावजूद राजस्वकर्मी बेखौफ होकर घूस नगद के बजाय खाता में ले रहे है। प्रकरण जलालपुर तहसील के उसरहा ग्राम पंचायत के एक किसान का है। गांव निवासी किसान राम अधार ने अपने घर तक आवागमन के लिए सरकारी जमीन से रास्ता निकालने के लिए कानूनगो से मुलाकात किया था। कानूनगो भुवन प्रताप ने सरकारी जमीन से रास्ता निकालने के बदले 10 हजार रुपए की मांग की थी। रास्ते के लालच में किसान ने घूस की रकम 5 हजार पुत्र शिवम के खाता और 5 हजार रुपए नगद दिया किंतु कानूनगो कागजात में रास्ता दर्ज करने के लिए टरकाता रहा।जिससे खिन्न किसान ने इसकी शिकायत तत्कालीन उपजिलाधिकारी से किया। उपजिलाधिकारी ने ऑनलाइन भुगतान की जांच शुरू कर इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजने की बात कही।इस दौरान उपजिलाधिकारी का स्थानांतरण दूसरे तहसील में हो गया और कार्यवाही लटक गई।कार्यवाही नहीं होने से राजस्वकर्मियों के हौसले बुलंद है। ऑनलाइन घूस लेने के बावजूद कानूनगो के विरुद्ध कार्यवाही नहीं होने की चर्चाओं का बाजार गर्म है।जांच के नाम पर एक महीने से ज्यादा का समय बिता दिया गया परन्तु कार्यवाही नही दिखी।