मिल्कीपुर, अयोध्या। मिल्कीपुर तहसील सभागार में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस पर जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही व जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने लोगों की समस्याएं सुनी। दिवस में क्षेत्र से 198 शिकायतें पेश हुई जिनमें एक भी शिकायत का मौके पर निस्तारण नही हुआ।
शनिवार को मिल्कीपुर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ क्षेत्र से आए फरियादियों की समस्याओं को सुन रहे थे। तभी जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही दोपहर करीब 12ः00 बजे संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे तो शिकायतकर्ताओं में उत्साह बढ़ गया की अब उनकी शिकायतों को गंभीरता से सुनकर निस्तारित किया जाएगा। हालांकि शिकायतकर्ताओं का उत्साह कुछ ही समय रहा थोड़ी ही देर में प्रभारी मंत्री, जिलाधिकारी व एसडीएम के साथ उनके एसडीएम के चेम्बर में चले गए और अन्य अधिकारी उनकी आवभगत में जुटे रहे।
इसी बीच पूरब गांव निवासी रेनू ने डीएम को शिकायती पत्र देते हुए बताया गया कि बीते 10 मई को उनके द्वारा शिकायती पत्र देकर आवास की मांग की गई थी। जिस पर बीडीओ व ग्राम सचिव द्वारा 1 जून को रिपोर्ट लगाई गई कि रेनू पक्के आवास में रह रही हैं। और वह पीएम आवास योजना के लिए पात्र नहीं हैं। रेनू डीएम के सामने रोते हुए कहा साहब कोई जांच करने नहीं गया और वह कच्चे मकान में रहती है। डीएम ने बीडीओ और एडीओ पंचायत मिल्कीपुर को फटकार लगाते हुए तत्काल जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया। कुचेरा बाजार निवासी गुड़िया तिवारी ने शिकायती पत्र देते हुए कहा कि उनके बैनामा शुदा भूमि पर न्यायालय से स्थगन होने के बावजूद भी दबंगों द्वारा उक्त भूमि पर जबरन कब्जा किया जा रहा है। डीएम ने इनायत नगर पुलिस को जांचोपरांत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। वहीं दिवस में प्रभारी मंत्री को सुरवारा गांव निवासी ओम मिश्रा ने शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि विगत 2 साल से वह पैतृक भूमि का पिता व चाचा के नाम वरासत कराने के लिए दौड़ रहा है लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए संबंधित को तत्काल निस्तारित करने का निर्देश दिया है। संपूर्ण समाधान दिवस में क्षेत्र से 198 शिकायतें पेश हुई जिनमें एक भी शिकायतों का मौके पर निस्तारण नहीं हो सका। दिवस में तहसील व जिला स्तर के सभी विभागों के अधिकारी व उनके प्रतिनिधि मौजूद रहे।