अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग में चतुर्थ बैच टूरिस्ट गाइड के प्रशिक्षण की शुरूवात मुख्य अतिथि संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त व कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन करके किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो0 प्रतिभा ने कहा कि प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में काफी संख्या में टूरिस्ट आने के लिये लालायित हैं। अयोध्या की सांस्कृतिक एवं पौराणिक विरासत से सभी अभिसिंचित कराने के लिए टूरिस्ट गाइड की भूमिका बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए टूरिस्ट गाइड को पूरे सप्ताह का प्रोग्राम बनाना होगा। इसके लिए अपने स्किल को विकसित करना होगा।
उन्होंने कहा कि टूरिस्ट क्या चाहता है, उन्हीं की मांग के अनुरूप चीजों को प्रस्तुत करना होगा, यही एक सफल गाइड की पहचान है। कुलपति ने टूरिस्ट गाइड से कहा कि केवल अयोध्या पर फोकस नही करना है बल्कि राम से जुड़े सभी स्थलों की जानकारी रखनी होगी। इसके लिए तंत्र विकसित करना होगा। उन्होंने कहा कि आपकी भूमिका केवल गाइड तक ही नही सीमित है। बल्कि अयोध्या के खाने-पीने खरीदने की वस्तुओं की भी जानकारी रखनी होगी। कार्यक्रम में कुलपति ने कहा कि गाइड का उद्देश्य केवल पैसा कमाना नही होना चाहिए बल्कि अपनी निःस्वार्थ सेवाओं से भी पैसा अपने आप खुद आएगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि अयोध्या केवल शहर ही नही बल्कि भावनाओं का शहर है। टूरिस्ट गाइड अपने शहर का ब्राण्ड अम्बेसडर होता है। सभी को अयोध्या के साहित्य को पढ़ना होगा तभी टूरिस्ट को सही जानकारी दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या अपने विशाल इतिहास को समेटे हुए है। गाइड को अयोध्या के लिये ऐसा पैकेज बनाना होगा जिससे टूरिस्ट कम से कम दो दिन अयोध्या में रूके जिससे अयोध्या की इकोनॉमी डेवेलप होगी।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. शैलेन्द्र कुमार वर्मा ने किया। इस अवसर पर डॉ. राना रोहित सिंह, डॉ. महेन्द्र पाल सिंह, डॉ. आशीष पटेल, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. दीपा सिंह, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. अनिता मिश्रा, डॉ. निमिष मिश्रा, डॉ. आशुतोष पांडेय, डॉ. श्रीष अस्थाना, डॉ. रामजीत सिंह यादव, डॉ. रामजी सिंह, डॉ. अनुराग तिवारी, डॉ. कपिल देव, डॉ. प्रवीण राय, डॉ. रविन्द्र भारद्वाज, डॉ. विवेक उपाध्याय, डॉ. सूरज सिंह, डॉ. योगेश दीक्षित, डॉ. संजीत पांडेय सहित अन्य शिक्षक एवं छात्र छात्राएं मौजूद रहे।