अयोध्या। जयपुर की केएनपी अराइजेस ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की औऱ से खाद्य पदार्थों मे जले हुए तेल के प्रयोग को रोक जाने को लेकर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सहायक खाद्य आयुक्त व व्यापारियों ने हिस्सा लिया। सेमिनार के माध्यम से सभी को इस विषय में जागरूक किया गया।
इस कार्यक्रम मे अयोध्या के असिस्टेंट फूड कमिश्नर वीके सिंह औऱ कम्पनी के सीईओ व फाउंडर सुशील वैष्णव और खाद्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। केएनपी अराइजेस खाना पकाने के जले तेल को एकत्रित कर बायोडीजल में बदलने की सेवाएं प्रदान करता है। यह रेस्तरां से इस्तेमाल किए गए खाना पकाने के पश्चात जले हुए तेल को एकत्र करता है। उसे बायोडीजल में बदलने के भारत सरकार केरूको कार्यक्रम के तहत कार्य करती है । उन्होंने बताया गया कि जो व्यापारी नमकीन और रेस्टोरेंट व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। इन सभी के द्वारा किसी भी प्रकार का कोई भी फूड बनाया जाता है। उसमें प्रयुक्त होने वाले तेल का प्रयोग अगर बार बार तीन बार से अधिक किया जाता है। तो यह अनेक तरह की जानलेवा बीमारियों, जैसे हृदय रोग, कैंसर आदि का कारण बनता है। पर्यावरण के लिए भी बहुत हानिकारक होता है। जिसको लेकर आज सभी को इस कार्यक्रम के तहत जागरूक किया गया। उन्होंने कहा केएनपी अरिसेस ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से जले हुए तेल को एकत्रित किया जाएगा। जिसके द्वारा बने हुए बायोडीजल को भारत सरकार द्वारा जैव ईंधन में प्रयुक्त जाय। कंपनी अपनी टीम के माध्यम से इस तेल को एकत्रित करेगी। ये जागरूकता कार्यक्रम लगभग 3 महीने तक चलाया जाएगा।