अयोध्या। राम लला के नूतन विग्रह प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत राम की पैड़ी एक लाख साठ हजार दीपों के प्रकाश से आलोकित हुई। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात सरकारी कर्मचारी भी दीपों को जलने के लिए उत्साहित दिखें। दीपोत्सव का कार्यक्रम सरस्वती विद्या मंदिर द्वारा आयोजित किया गया। राममय वातावरण में दीपावली की आभा बिखेरते दीपक अद्भुत दृश्य दे रहे थे।
तुलसी नगर के सरस्वती विद्या मंदिर के आचार्य शिवदयाल जायसवाल ने बताया कि वर्षों प्रतीक्षा के बाद इस अद्भुत पल को देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। राम लला अपने भव्य दिव्य मंदिर में विराजमान हो गए है। प्राण-प्रतिष्ठा के इस उत्सव पर विद्या मंदिर के 200 छात्र -छात्राएं द्वारा सुबह से दीपों को विभिन्न प्रकार की आकृतियों में सजाया गया है। छात्र-छात्राओं में आयोजन को लेकर एक अलग ही उत्साह था। राम की पैड़ी पर मौजूद हर व्यक्ति राम रस में डूब गया हो। प्रधानमंत्री द्वारा पूरे देश में प्राणप्रतिष्ठा के दिन दीपावली मानाने की अपील की गई थी।
छात्राओं ने बताया कि आज हम सभी बहुत ज्यादा प्रसन्न है। जगह-जगह दीप जलाए गए हैं। जगह-जगह लाइटिंग की गयी है। पूरी अयोध्या दुल्हन की तरह सजी है। यहां से घर जा कर हम सभी अपने-अपने घरों में पूरे परिवार के साथ दीप जला कर पटाखें जलाएंगे। इस बार हम जनवरी में ही दीपावली मना रहे हैं। 500 वर्षों के बाद यह पल बड़े ही सौभाग्य से मिला है। इस दौरान छात्राओं ने राम भजन भी गए।
अयोध्या दर्शन को आए धनपत सिंह दिनकर पूर्व पुलिस महानिदेशक राजस्थान कहते है कि अयोध्या नगरी त्रेतायुगीन लग रही है। इतना मनोरम दृश्य है कि हम इसके लिए मोदी, योगी को बहुत-बहुत धन्यवाद देते है। उन्होंने हिन्दू आस्था के मूल केंद्र को पुनः जीवित किया है। ये भारत के नए युग के नए इतिहास का शुरुवाती दौर है। आज की दीपावली को लेकर हम और भी ज्यादा खुश है क्योंकि हमारी सरकार ने दीपावली से पहले ही दिवाली की शुरुवात कर दिया है। ये पल, ये दृश्य आदि अनंत कल तक चलता रहेगा।