जलालपुर अंबेडकर नगर। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के मौके पर बधाई देते हुए क्षेत्राधिकारी देवेंद्र कुमार मौर्य ने पुलिस बल को मानवाधिकारों का सशक्त पहरेदार बताया। इन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पुलिस पूरी संवेदनशीलता के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करती है। बुजुर्गों, महिलाओं एवं बच्चों के मामले में संवेदनशीलता और गरिमा का विशेष ख्याल रखा जाता है। नारी वंदन व मिशन शक्ति जैसे कार्यक्रमों के जरिए महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करते हुए उनको सशक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त बिछड़े हुए बच्चों को उनके परिवार से मिलवाने का भी पुलिस ने बेहतर ढंग से कार्य किया है। क्षेत्र के सभी थानों में महिला डेस्क सक्रिय है जिससे पीड़ित महिलाएं बिना किसी भय व संकोच के अपनी पीड़ा महिला पुलिसकर्मियों को बता सकती है। पारिवारिक विवाद में बेहद सूझबूझ के साथ अनेक पारिवारिक जोड़ों की काउंसलिंग की गई है जिससे तमाम दंपत्ति अपने मतभेदों को भुलाकर साथ रहने को राजी हुए हैं । पुलिस कर्मियों को मित्र पुलिस की भूमिका में लाने हेतु शासन द्वारा अनेक प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन भी समय-समय पर किया जाता है। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा मानवाधिकारों की रक्षा हेतु वर्ष 1948 से ही हर साल 10 दिसंबर को मानव अधिकार दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पारित संकल्पों के अनुपालन में भारत सरकार द्वारा वर्ष 1993 में मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम लागू करते हुए मानवाधिकार आयोग की स्थापना की गई जो सभी भारतीयों के मानवाधिकारों की निगरानी करता है।