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मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन के दौरान रामायण की चौपाईयों का किया जिक्र
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अयोध्या के विकास के लिए 178 परियोजनाओं में 30,500 करोड़ की खर्च हो रही धनराशि
अयोध्या। रामकथा पार्क में अपने सम्बोधन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से अयोध्या वासियों को जुड़ने का कई बार आवाहन किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे है। विहिप व आरएसएस ने सदी का सबसे बड़ा सांस्कृतिक अभियान चलाया। संतो ने अपना जीवन भेंट कर दिया। उनका स्वप्न साकार हो रहा है। अयोध्या की जिम्मेदारी है। भगवान आ रहे है तो दीपोत्सव व दीपावली की तरह 22 जनवरी को स्वागत के लिए अपने को तैयार रखना है। अतिथि देवो भव के अभियान से जुड़ना है।
उन्होनें कहा कि दीपोत्सव में रामराज्यभिषेक का कार्यक्रम 100 से अधिक देशों में लाइव हो रहा है। सात वर्ष पहले जब दीपोत्सव की शुरुआत की गई थी। तब असमंजस की स्थिति थी। संतो व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से इसे आगे बढ़ाया गया। आज यह एक भारत श्रेष्ठ भारत के अभियान को साकार कर रहा है। 500 वर्षो के इंतजार के बाद हम जन्मभूमि पर भव्य कार्यक्रम को देखने जा रहे है। नयी अयोध्या बनाने के लिए 178 परियोजनाओं में 30,500 करोड़ की धनराशि खर्च की गई है। निजी क्षेत्र में भी निवेश हो रहा है। विकास के कार्यो के साथ अयोध्या में विश्व की सुन्दरतम नगरी बनने की झलक दिखाई दे रही है। रामलला का भव्य मंदिर में विराजमान होना रामराज्य की आधारशिला को मजबूत करना है। एक ऐसी व्यवस्था जो सबको खुशहाली की ओर ले जा सके। हर गरीब को योजनाओं का लाभ मिला है। कोरोना में भी दीपोत्सव को रुकने नहीं दिया। 9 महीनें में वैक्सीन भारत ने बनाकर दिखाया। कोई भुखमरी का शिकार नहीं हुआ। 80 करोड़ लोगो को फ्री में राशन मिला।