अयोध्या। देश भर के 5 लाख गांव में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा आयोजन को लेकर पूजित अक्षत भेजने की तैयारी शुरू हो गई है। पूजित अक्षत भेजने की जिम्मेदारी विहिप ने संभाली है। नगर के धारा रोड स्थित कालीबाड़ी मंदिर में रविवार को इसकी पैकिंग की गई। तांबे के कलश में हल्दी और घी मिलाकर अक्षत को रखा गया है।
कार्यक्रम के संयोजक विजय सिंह बंटी ने बताया की करीब 101 तांबे के कलश में हल्दी व चावल पैक किया गया है। इन कलशों का 4 नवंबर को राम जन्मभूमि में पूजन किया जाएगा। 5 नवंबर को देश के सभी प्रांतों के प्रतिनिधि यहां आएंगे। जो एक-एक कलश लेकर के जाएंगे। इसके बाद इनको विभाग व जिला स्तर पर बांटा जाएगा। अक्षत को देश के प्रत्येक मंदिरों में पहुंचाया जाएगा। पूजित अक्षत के माध्यम से सभी मंदिरों को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से जोड़ने की तैयारी है।
बजरंग दल जिला संयोजक मनीष पांडे ने बताया कि अक्षत को अक्षय माना गया है। वैदिक परंपरा में इसका विशेष महत्व है। रविवार को विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हल्दी और घी मिलाकर कलश में पैक कर दिया। जिसको पूजन हेतु श्री रामजन्म भूमि भेजा जाएगा।
22 जनवरी को प्रधानमंत्री करेंगे नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा
15 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम प्रारम्भ होंगें। प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य समारोह में यजमान के तौर पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। सभी पूजन कार्य को मुख्य यजमान के रूप में सम्पादित करेंगें। मुख्य समारोह मृगशिरा नक्षत्र में 22 जनवरी को दोपहर 12 बजे मुख्य कार्यक्रम सम्पादित होगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वैष्णव मत के अनुसार होगी।
प्राण प्रतिष्ठा के दिन सभी जलाएं पांच दीपक
ट्रस्ट ने सभी देशवासियों से अनुरोध किया है प्राण प्रतिष्ठा के दिन सभी अपने घरों में, आस-पास के मंदिरों में पांच दीपक अवश्य जलाएं। रामजन्म भूमि पर प्राण प्रतिष्ठा का अवसर एक महान अवसर है। अपने आसपास मंदिरों में एकत्र होकर भजन कीर्तन करें। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की वीडियों चलाएं। स्वयं को अयोध्या से जोडे़।