अयोध्या। रामनगरी स्थित कनक भवन व सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी मंदिर में भव्य फूलबंगला झांकी सजाई गई। सायंकाल भोग, आरती-पूजन पश्चात भक्तों के दर्शनार्थ मंदिर के पट खोले गए। फूलों से बनी झांकियों में विराजमान भगवान का भक्तगणों ने बारी-बारी से दर्शन-पूजन किया। फूलबंगला झांकी का सिलसिला सोमवार को सायंकाल से शुरू होकर देर रात्रि तक चलता रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने फूलबंगला झांकी का आनंद लिया।
कई तरह के सुंदर एवं सुगंधित फूलों की फूलबंगला झांकी में भगवान विराज रहे थे। यह मनमोहक दृश्य श्रद्धालुओं व भक्तगणों को बरबस ही अपनी ओर लुभा रही थी। ज्येष्ठ मास की तपती गर्मी में भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए संतों ने फूलबंगला झांकी के आयोजन के परंपरा की शुरूवात किया था। महोत्सव के रूप में आयोजित प्राचीन काल की यह परंपरा आधुनिक काल में भी कायम है। इसी परंपरा को वर्तमान में भी वृंदावन से उच्चकोटि के संत जगतगुरु पीपाद्वाराचार्य बलराम देवाचार्य महाराज बड़ी शिद्दत से निभा रहे हैं। उनके पावन सानिध्य में प्रतिवर्ष श्रीरामजन्मभूमि में श्रीरामलला सरकार, कनकभवन में कनक बिहारी सरकार और हनुमानगढ़ी में हनुमंतलला सरकार की भव्य फूलबंगला झांकी सजायी जाती है। जगतगुरु बलराम देवाचार्य महाराज के शिष्य पुनीत दास द्वारा पधारे हुए संतों का स्वागत-सम्मान किया गया।