जलालपुर अंबेडकरनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से जिलाधिकारी के निर्देशन में पर्यटन, आर्थिक संवर्धन एवं ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु आकांक्षात्मक विकास खण्ड भियांव के ग्राम पंचायत जगदीशपुर कपिलेश्वर में एक कार्यक्रम जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में आयोजन किया गया।जिलाधिकारी ने कहा कि जगदीशपुर कपिलेश्वर के सरोवर को पक्षी तथा मत्स्य पालन केंद्र के साथ पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करना है। जनपद में सरोवरों के विशेष सौंदर्यीकरण को लेकर जिलाधिकारी अविनाश सिंह द्वारा मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन, जिला विकास अधिकारी वीरेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी जलालपुर हरिशंकर लाल, डीसी एनआरएलएम आर बी यादव, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी अनुपम सिंह, डीसी मनरेगा,ब्लाक प्रमुख भियांव, खंड विकास अधिकारी रामनगर, खंड विकास अधिकारी जहांगीरगंज, खंड विकास अधिकारी भियांव तथा जनपद स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति में जगदीशपुर कपिलेश्वर में हवन पूजन कर सौंदर्यीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि यहां आकर्षक लाइटिंग, बैठने के स्थान के साथ ही अन्य खास प्रबंध किए जाएंगे।जलाशय प्राकृतिक धरोहर होते हैं। जल पर ही जीवन निर्भर है। इनकी सुरक्षा करना हम सभी का दायित्व बनता है। जिलाधिकारी द्वारा सरोवरों के कायाकल्प पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस क्रम में जगदीशपुर कपिलेश्वर मे अमृत सरोवर त्रिस्तरीय महायोजना को जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा ग्राम पंचायत के सहयोग से विकसित किया जा रहा है। अमृत सरोवर के निर्माण से यहां के लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। सरोवर के सौंदर्यीकरण के इस अभियान में जिलाधिकारी अविनाश सिंह और मुख्य विकासअधिकारी अनुराज जैन, जिला विकास अधिकारी वीरेंद्र सिंह के जनपद स्तरीय अधिकारियों/ कर्मचारियों एवं स्थानीय निवासियों ने भी स्वेच्छा से श्रमदान कर सरोवर और इसके आसपास की सफाई में भाग लिया। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि अभियान का उद्देश्य पक्षी विहार पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करना तथा जल निकायों को प्रदूषण से बचाने और जलीय जीवन और पर्यटकों के लिए समान रूप से स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने की आवश्यकता हेतु जागरूक करना है। यहां पर सारस पक्षी विचरण करते हुए दिखाई देते हैं यह पर्यटकों को आकर्षित करेगा। यह पहल पर्यावरणीय स्थिरता और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किया जा रहा है।इस सफाई अभियान का हिस्सा बनने के लिए जनपद के लोग बड़ी संख्या में आगे आए क्योंकि यह दूसरों को स्वच्छ और स्वच्छ समाज बनाए रखने के लिए प्रेरित करेगा।यह अत्यावश्यक है कि हम भविष्य को ध्यान में रखते हुए इन जल निकायों के संरक्षण और रखरखाव को प्राथमिकता दें। स्वयं सहायता समूह को मछली पट्टों पर प्राथमिकता दिए जाने हेतु निर्देशित किया गया।
इसका उद्देश्य आकांक्षी जिला कार्यक्रम की तर्ज पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 100 विकास खंडों का चयन कराया है। 34 जिलों के यह विकास खंड अन्य विकास खंडों से पीछे हैं। इनके सामाजिक व आर्थिक सुधार के लिए विशिष्ट प्रयास किए जाने हैं, जिसमें स्वास्थ्य व पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास व आधारभूत संरचना के विभिन्न 75 मानकों पर विकासखंडों का समग्र विकास किया जाएगा। इसके मुख्य घटक स्वास्थ्य और पोषण 30%, शिक्षा 30%, कृषि और जल संसाधन 20%, वित्तीय समावेशन और कौशल विकास 10% तथा भौतिक संसाधन 10% है।विकास खण्ड – भियांव जो माह जनवरी 2023 में 63वें स्थान पर था। जिलाधिकारी के अथक प्रयास से मार्च में 6वें स्थान पर है।जिलाधिकारी द्वारा इस विकास खण्ड के आर्थिक सुदृढीकरण हेतु पर्यटन की एक विस्तृत रूप-रेखा जगदीशपुर कपिलेश्वर स्थल पर तैयार की गयी है। जहां पर उत्तर प्रदेश का सबसे लम्बा अमृत सरोवर का निर्माण प्रस्तावित किया गया है, जिससे न केवल पर्यटन बल्कि मत्स्य पालन एवं अन्य आर्थिक गतिविधियों को बल प्रदान होगा।जिलाधिकारी द्वारा स्थानीय स्तर पर इस आकाक्षांत्मक विकास खण्ड के उत्थान हेतु पट्टा, मत्स्य पालन, वैज्ञानिक खेती एवं पर्यटन इन इण्डीकेटर को स्थानीय स्तर पर लागू करते हुए मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप एक ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्य को पूर्ण करने में हमारे ग्राम भी सहयोग करें।इसके अतिरिक्त आत्म निर्भर भारत, जो कि हमारे प्रधानमंत्री का विजन है, कि संकल्पना तभी साकार हो सकती है, जब हमारे ग्राम आत्म निर्भर बने। इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा ग्राम पंचायतों की स्वयं के संशाधनों से आय पर विशेष बल दिया जा रहा है।