अंबेडकर नगर। कटेहरी क्षेत्र में मरीजों को स्वास्थ सेवा लाभ उठाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक की तैनाती डॉक्टर के बावजूद उनका न रहना चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ फार्मासिस्ट के मृत हो जाने के बाद यह स्थान रिक्त हो चुका है, महीनों बीतने के बावजूद भी आज तक दवा वितरण करने के लिए किसी भी फार्मासिस्ट की तैनाती नहीं की जा सकी है।
मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अशरफपुर बरवां से जुड़ा है। शुक्रवार को कुछ मरीज अपना इलाज करवाने के लिए इस केंद्र पर लगभग 10 बजे जब पहुंचे तो वहां जे एन एम उपस्थित रही। वही चिकित्सक कक्ष से लेकर दवा वितरण तक की कुर्सियां खाली देख, मरीजों ने जीएनएम से डॉक्टर के आने की जानकारी भी लेते रहे और डॉक्टर के इंतजार में गेट के पास लगभग आधा दर्जन मरीज बैठ गए।
घंटों इंतजार के बाद भी जब चिकित्सक नहीं आए तो वे मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। मजबूर मरीज झोलाछाप चिकित्सकों से अपना इलाज करवाने को मजबूर होते दिखे। वही मरीज को दिखाने आए विवेक ने बताया कि यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महज शोपीस ही दिखाई दे रहा है। यहां मरीजों के लिए स्वास्थ सुविधा महज खानापूर्ति ही दिखाई देती है।
जबकि इस केंद्र की शिकायत कई बार मुख्य चिकित्सा अधिकारी व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी कटेहरी से भी की जाती रही है, लेकिन आज तक ना तो इस केंद्र पर डॉक्टर की तैनाती हो सकी और ना ही महीनों से फर्मासिस्ट के मृत हो जाने के बाद किसी फार्मासिस्ट की तैनाती हो सकी, जबकि सूत्र बताते हैं कि टांडा से केशव राम वर्मा फार्मासिस्ट का ट्रांसफर अशरफ पुर बरवां केंद्र के लिए किया गया है लेकिन अभी तक उन्हें रिलीब ही नहीं किया गया।
इस संबंध में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई की यहां पर किसी फार्मासिस्ट की तैनाती क्यों नहीं हुई तो उन्होंने बताया कि मुझे अभी मालूम ही नहीं है। यह जानकारी कटेहरी से हो पाएगी।
वही कटेहरी केंद्र पर तैनात बाबू सुशील कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया की इस संबंध में दो पत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए गए हैं लेकिन अभी तक किसी भी फार्मासिस्ट की तैनाती की स्पष्ट सूचना हमें नहीं मिली है जैसे ही मिलते हैं स्वास्थ्य केंद्र पर भेज कर स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से संचालित करवाने का काम किया जाएगा।