अंबेडकर नगर। जिला मुख्यालय के निमियहवाँ पोखरा मे चल रही श्री राम कथा मे जौनपुर से पधारे कथा व्यास बाबा बजरंग दास जी महराज ने श्री राम कथा के पाँचवे दिन भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव की कथा का रसपान कराया। बड़ी संख्या में मौजूद भक्त श्रीराम के जन्मोत्सव की कथा सुन भाव विभोर हो उठे।
भगवान श्री राम के जन्मोत्सव की कथा का वर्णन करते हुये मानस मर्मज्ञ बाबा बजरंग दास ने बताया की जब-जब धरती पर अत्याचार पापाचार ज्यादा बढ़ता है, तब भगवान जो निराकार है वही भक्तो के हित के लिये धरा धाम पर अवतार लेते हैं । श्रीराम कथा की शुरुआत बाल व्यास सम्पूर्णानन्द जी महराज ने कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुये बताया की भव सागर से पार उतरने के लिए श्रीराम कथा सुन्दर नौका है, जीव को राम कथा रूपी नौका पर भाव के साथ बैठ जाये तो सहज मे भव से पार उतर सकता है। भव सागर चह पार जो पावा । राम कथा ता कहँ दृढ़ नावा ॥ इस दौरान वहां कथा आयोजक अरविंद मिश्रा, चंडी प्रसाद मिश्रा, योगेन्द्र मिश्रा, पंकज मिश्रा, अरविंद तिवारी संगम पांडेय, शिवकुमार वर्मा, सभाजीत बर्मा सहित सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।