अंबेडकर नगर, 8 फरवरी। बुधवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान,आलापुर,में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाचार्य का दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम के प्रशिक्षण का शुभारंभ डायट प्राचार्य मनोज गिरि द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से किया गया। कार्यक्रम की संयोजक वीना चौधरी द्वारा सभी प्रधानाचार्य/ प्रधानाध्यापकों का स्वागत करते हुए दो दिवसीय कार्यशाला की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण किसी कार्य विशेष को सम्पन्न करने के लिए एक कर्मचारी के ज्ञान एवं निपुणताओं में वृद्धि करने का कार्य है। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए मनोज गिरि ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसी भी कार्य को अच्छे तरीके से और शीघ्रता से किया जाए। प्रशिक्षण के द्वारा व्यक्ति में कार्य के प्रति लगन में वृद्धि होती है और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है जिनके परिणामस्वरूप उनमें कार्य करने की तीव्र इच्छा जागृत होती है जिससे उत्पादन में वृद्धि होती है।यह कार्यशाला अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रथम दिवस में स्कूल लीडरशिप, संप्रेषण ,सहयोग, रचनात्मकता, समालोचनात्मक विचार पर चर्चा की जाएगी । आप अपनी संस्था के लीडर हैं इसलिए आप सभी में यह सारे गुण होने आवश्यक हैं । एक गुणवान लीडर ही समाज को नई दिशा दिखाता है। बदलते दौर में आपके समक्ष आने वाली चुनौतियों हर स्थिति में अपडेट रहने की आवश्यकता है।

प्रथम सत्र के आरंभ से पूर्व सभी प्रतिभागियों का संक्षिप्त परिचय प्राप्त किया गया। तत्पश्चात प्रथम सत्र विद्यालय नेतृत्व हेतु डायट प्रवक्ता अखिलेश कुमार वर्मा एवं दिनेश कुमार मौर्य को आमंत्रित किया गया। द्वितीय सत्र का प्रस्तुतीकरण वीना चौधरी एवं शुचि राय, व तृतीय सत्र अंतर वैयक्तिक संबंध एवं तनाव प्रबंधन विषय पर प्रस्तुतीकरण श्याम बिहारी बिंद एवं अब्दुल फैजान द्वारा किया गया। इस मौके पर प्रवक्ता डॉo सुरेश कुमार,डॉo मोहम्मद अफजल, नित्येश प्रसाद तिवारी, डॉo कृष्ण,राकेश कुमार वर्मा, वीरेंद्र कुमार वर्मा,सुमित्रा देवी, तारा वर्मा, प्रमिला यादव,नीलम यादव,आशा वर्मा ,तकदीस फात्मा, विद्यावती , रंजना, अनुपमा उपाध्याय, निराकार पाण्डेय, डॉ.चंद्रकेश यादव, हरेंद्र यादव, डॉ सुरेश लाल श्रीवास्तव,यदुनाथ यादव,अवधेश व दो दिवसीय कार्यशाला की प्रभारी विभा सिंह उपस्थित रही ।