अयोध्या 08 फरवरी। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने नगर निगम द्वारा संचालित कान्हा उपवन/गौशाला, बैसिंह का निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने निराश्रित गौ आश्रय स्थल, कान्हा उपवन को बेहतर ढंग से संचालित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने आश्रय स्थल में गौवंशों को छाया हेतु छायादार वृक्ष लगाने तथा उसको चारों तरफ से सुरक्षित रखने हेतु प्रबन्ध करने के निर्देश दिये। इस दौरान जिलाधिकारी ने गोबर का बेहतर उपयोग कर आय का भी सृजन करने हेतु गोबर से लकड़ीध्कन्डे बनाने की मशीन को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु अपर नगर आयुक्तों को निर्देशित किया। इस अवसर पर अपर नगर आयुक्त ने बताया कि गोबर को बेहतर रूप से प्रयोग का आय सृजन के दृष्टिगत एक मशीन शीघ्र क्रियाशील होगी जो एक घंटे में 15 कुन्तल कन्डा बना सकेगी। इसी के साथ ही गोबर से गमले, दीया आदि बनाने की मशीनों को इंस्टाल किया जायेगा जिसके लिए शेड का निर्माण कार्य मौके पर गतिमान पाया गया। इसी के साथ ही अपर नगर आयुक्त ने बताया कि यहां के गोबर का प्रयोग वर्तमान में नगर निगम के पार्को में किया जा रहा है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने नवनिर्मित वर्मी कम्पोस्ट पिटों का भी निरीक्षण किया। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि मौके पर 10 पिटों से वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण प्रारम्भ है, इन्हें बढ़ाकर शीघ्र ही 50 पिट किया जायेगा। जिलाधिकारी ने सभी पिटों में बेहतर ढंग से कार्य कर अधिक से अधिक वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन करने के निर्देश दिये।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कान्हा बाल सखा शाला (छोटे बछड़े/बछिया हेतु) नंदी शाला (नर गौवंशों हेतु), गौशाला (मादा गौवंशों हेतु), आइसोलेशल रोड आदि का निरीक्षण किया तथा सभी में पर्याप्त मात्रा में नादों का निर्माण सुनिश्चित रखने के निर्देश दिये। उपवन में गौवंशों के पीने हेतु पानी की बेहतर व्यवस्था की जिलाधिकारी ने सराहना की तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित गौ आश्रय स्थलों में भी इसी के तर्ज पर पीने के पानी की व्यवस्था करने को कहा।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने गौशाला के अंदर आर0सी0सी0 मार्ग व इंटरलाकिंग ईट से निर्मित मार्गो से टूटे इंटरलाकिंग ईटों को बदलने, आर0सी0सी0 मार्ग सम्बंधित कार्यदायी संस्था से ठीक कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कान्हा उपवन के समस्त कार्यो में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने, अच्छी गुणवत्ता की टीम शेड ही लगाने के निर्देश दिये। प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित रखने के निर्देश दिये। उन्होंने गौवंशों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण करने तथा सभी गौवंशों को पर्याप्त चारे की व्यवस्था सुनिश्चित रखने के निर्देश दिये।

इस दौरान जिलाधिकारी ने उपवन को हरा भरा बनाने हेतु लैण्ड स्केपिंग करने, लगाये जा रहे आकर्षक पेड-पौधों, फूल, हेज (वाटल पॉम, फाइकस, गुलाचीन, गुलमोहर आदि आकर्षक पौधे) के कार्यो का अवलोकन किया तथा कान्हा उपवन परिसर में बन रहे एनीमल बर्थ कन्ट्रोल हास्पिटल का निरीक्षण किया इसके सम्बंध में अपर नगर आयुक्त ने अवगत कराया कि इसके संचालन से एक समय में 50 कुत्तों का बधियाकरण हो सकेगा। इसी के साथ ही उन्होंने बताया कि उपवन परिसर में कारपस यूटीलाइजेशन प्लांट के निर्माण हेतु डीपीआर का कार्य प्रगति पर है। इसके निर्माण से मृत गौवंशों के हड्डियों से अन्य उत्पाद बनाये जा सकेंगे।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को कान्हा उपवन को एक आदर्श उपवनध्निराश्रित गौ आश्रय स्थल में स्थापित करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर अपर नगर आयुक्त नगर निगम अयोध्या सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

तदोपरांत जिलाधिकारी ने मिनी ग्रामीण स्टेडियम बैसिंह का निरीक्षण किया तथा स्टेडियम के जीर्णोद्वार सम्बंधी कार्यो की स्थिति का जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने व्यायाम प्रशिक्षक, युवा कल्याण विभाग को स्टेडियम में उपलब्ध समस्त सुविधाओंध्संसाधनों को बेहतर ढंग से सदोपयोग करने तथा सम्पूर्ण परिसर व भवन को साफ सुथरा रखने के निर्देश दिये।