अयोध्या, 3 फरवरी। अवध विश्वविद्यालय में भारत के जी-20 की अध्यक्षता को लेकर छात्र-छात्राओं के बीच भारतीय लोक कला गायन प्रतियोगिता व नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल के दिशा-निर्देशन में जी-20 में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पूरी दुनियां पहचान दिलाने के लिए विश्वविद्यालय के आईईटी संस्थान के कल्पना चावला सभागार में लोक कला गायन सांस्कृतिक प्रतियोगिता एवं नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। इसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ कर हिस्सा लिया। लोक कला गायन प्रतियोगिता में अस्मिता व आफरीन प्रथम स्थान पर रही। वहीं द्वितीय स्थान पर साक्षी व अर्पूवा तथा तृतीय स्थान अंकिता व प्रतिभा ने प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता की निर्णायक डॉ0 वन्दिता पांडे व इंजीनियर शाम्भवी एम शुक्ला रही। वहीं दूसरी ओर एप्लाइड साइकोलॉजी के छात्र-छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। छात्रों ने ’सम्भव’ थीम पर लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि मानसिक बीमारी ऐसी बीमारी नहीं है जिसे ठीक नहीं किया जा सकता है। इसे सही इलाज द्वारा ठीक किया जा सकता है। इसमें शुभम, अनिरुद्ध, मृदुल, कीर्ति, अमीषा, काजल, गौरव, आफरीन, संजीदा, शिवानी, प्रज्ञा, सुधीर, संजीव, साक्षी व सुहानी द्वारा नाट्य मंचन किया गया। नुक्कड़ का संयोजन एप्लाइड साइकोलॉजी की शिक्षिका डॉ0 प्रतिमा त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय जी-20 समिति के सदस्य प्रो0 शैलेन्द्र कुमार वर्मा, डॉ0 सुरेंद्र मिश्र, डॉ0 आशीष पांडे, अंकित मिश्रा, डॉ0 प्रभात सिंह, डॉ0 जितेंद्र कौशल, डॉ0 शिवांश कुमार, डॉ0 हिमांशु मिश्रा, डॉ0 सरिता सिंह, डॉ0 वन्दिता पटेल, श्रिया श्रीवास्तव, स्वाति सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागी उपस्थित रहे।