अयोध्या, 22 जनवरी। बढ़ता मनोतनाव तेजी से बढ़ रहे मनोशारीरिक बीमारियों या साइकोसोमैटिक डिसऑर्डर का कारण बनता जा रहा है। स्ट्रेस या मनोदबाव का सकारात्मक प्रबन्धन न कर पाने पर स्ट्रेस नकारात्मक रूप ले लेता है जिसे डिस्ट्रेस या अवसाद कहा जाता है जिससे उलझन, बेचैनी, घबराहट, अनिद्रा आदि के साथ शारीरिक दुष्प्रभाव भी दिखाई पड़ते हैं जिसे साइकोसोमैटिक डिसऑर्डर कहते है। मनोशारीरिक बीमारियों के लक्षण तो शारीरिक होते हैं, पर उसका मूल कारण मेन्टल स्ट्रेस या मनोतनाव होता है । पाचन क्रिया से लेकर हृदय की धड़कन तक शरीर की हर एक कार्यप्रणाली इससे दुष्प्रभावित होती है, मनोवैज्ञानिक उपचार के बिना इनका स्थायी इलाज नही हो सकता । मेन्टल स्ट्रेस से कार्टिसाल व एड्रेनिल हॉर्मोन बढ़ जाता है जिससे चिंता, घबराहट, एडिक्टिव इटिंग,आलस्य, मोटापा, अनिद्रा व नशे की स्थिति भी पैदा हो सकती है । यह बातें शहर के चिरंजीव हॉस्पिटल एवं नर्सिंग इंस्टीट्यूट में आयोजित “स्ट्रेस मैनेजमेंट व इमोशनल हेल्थ” विषयक कार्यशाला में मौजूद मुख्य अतिथि जिला चिकित्सालय के मनोपरामर्शदाता डा० आलोक मनदर्शन द्वारा कही गयी ।

उन्होने बताया कि मन के प्रत्येक भाव पीड़ा, तनाव, सुख, आनन्द, भय, क्रोध, चिंता, द्वन्द व कुंठा आदि का सीधा प्रभाव शरीर पर पड़ता है । चिंता व घबराहट यदि एक हफ्ते से ज्यादा महसूस होने पर मनोपरामर्श अवश्य लें । स्वस्थ, मनोरंजक व रचनात्मक गतिविधियों तथा फल व सब्जियों का सेवन को बढ़ावा देते हुए योग व व्यायाम को दिनचर्या में शामिल कर आठ घन्टे की गहरी नींद अवश्य लें । इस जीवन शैली से मस्तिष्क में हैप्पी हार्मोन सेरोटोनिन, डोपामिन व एंडोर्फिन का संचार होगा जिससे दिमाग व शरीर दोनों स्वस्थ रहेंगे । यह जीवन चर्या हैप्पीट्यूड कहलाती है जिससे मनोशारीरिक तथा भावनात्मक रोगों से बचाव सम्भव है ।

इस कार्यशाला के आयोजन पर नर्सिंग इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ उमेश चौधरी एवं निर्देशिका डॉ जयंती चौधरी और विशेष अतिथि के रूप में मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ० अरविन्द कुमार, डॉ० चन्द्र प्रकाश गुप्त(दन्त चिकित्सक), डॉ० महेश, डॉ० अविनाश, एवं नर्सिंग इंस्टिट्यूट की प्रधानाचार्या श्रीमती रिंकी शुक्ला, प्रशानिक अधिकारी रवि मणि चौधरी , आशुतोष, आराधना, श्वेता, अंकिता, अर्चना, वन्दना, बिन्दु, ज्योति, प्रियम्वदा,महिमा प्रबन्धक के.पी. मिश्र, विनीत निगम , राजेश, विजेन्द्र सहित अन्य सभी नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहे ।