मिल्कीपुर, अयोध्या, 22 जनवरी । हैरिंग्टनगंज विकास खंड में फर्जी मार्कशीट के बल पर एक महिला 11 वर्षों से रोजगार सेवक के पद पर बने रहने का आरोप लगा है। मामले की शिकायत हैरिंग्टनगंज की जिला पंचायत सदस्य केशपती ने मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों से की है। शिकायतकर्ता के अनुसार जब प्रकरण की हुई जांच में फर्जी शैक्षिक अभिलेखों की बात सामने आई। इसके बाद भी रोजगार सेवक को नहीं हटाया जा रहा है।

इस मामले के बारे में जब हैरिंग्टनगंज बीडीओ अनीश मणि पांडे से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम रेवना के रोजगार सेवक के शैक्षिक अभिलेखों की जांच पूर्ण हो चुकी है। जल्द ही संविदा समाप्त करने की कार्यवाही पूर्ण हो जायेगी। हैरिंग्टनगंज विकास खंड के ग्राम रेवना में ग्यारह साल पहले वर्ष 2013 में रोजगार सेवक की तैनाती हुई थी। जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के कार्यालय 15 फरवरी 2013 से रोजगार सेवक के रूप में नीलम पुत्री बलजोर को ग्राम रेवना काम करना शुरू किया। शिकायत कर्ता ने बताया कि तभी से रोजगार सेवक का कार्य नीलम के पति पवन कुमार करते आ रहे हैं। शिकायत कर्ता जिला पंचायत सदस्य केशपती ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री व डीएम सहित अन्य अधिकारियों से की है। जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई गई है। जिसकी जांच रिपोर्ट में हैरिंग्टनगंज खंड विकास अधिकारी ने जांच में लिखा कि रेवना की ग्राम रोजगार सेविका नीलम शैक्षिक अभिलेखों की जांच कराने हेतु आनाकानी कर रही है।वह कार्यालय में उपस्थित नहीं हो रही है। उसके पति पवन कुमार ने कहा कि सारे अभिलेख बैंक की ऋण पत्रावली में जमा हैं। फिर बताया कि अभिलेख कहीं खो गए हैं। यही नहीं उन्होंने लिखा है कि शैक्षिक अभिलेखों की जांच विद्यालयों से भी कराई गई। जिसमें फर्जीवाड़ा साबित हो रहा है। जांच अधिकारी ने रोजगार सेविका के घर पर भी नोटिस चस्पा की है। हालांकि एक पंजीकृत पत्र में रोजगार सेविका ने कहा है कि वह जॉब कार्ड धारक है और कम पढ़ी लिखी है। इस बात की तस्दीक उपायुक्त श्रम रोजगार संयुक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक द्वारा डीएम को भेजे गए रिपोर्ट आख्या में रेवना की रोजगार सेविका नीलम की संविदा समाप्त करने की बात कही गई है। जबकि रेवना ग्राम प्रधान ने बताया कि अभी तक रोजगार सेविका को कार्यमुक्त नहीं किया गया है। जिपं सदस्य केशपती ने मंडलायुक्त से मिलकर रोजगार सेविका को कार्यमुक्त न किये जाने की शिकायत की। शिकायत कर्ता केशपती का आरोप है कि ब्लॉक कर्मियों व कुछ अधिकारियों की मिली भगत से मामले को ठंडे बस्ते में डालने का कुचक्र रचा जा रहा है। वहीं हैरिंग्टनगंज के खंड विकास अधिकारी अनीश मणि पाण्डेय ने बताया कि मामले का जल्दी ही निस्तारण कर दिया जाएगा।