अयोध्या, 6 जनवरी। अवध विश्वविद्यालय के यौगिक विज्ञान द्वारा आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम में योगाचार्य आलोक तिवारी द्वारा योगाभ्यास कराया गया। इसमें विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल व शिक्षक, अधिकारी शामिल रहे। विश्वविद्यालय में नूतनवर्ष के प्रथम प्रभात से आयोजित वर्चुअल योगाभ्यास कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को प्रातः सात बजे योगाचार्य द्वारा योग प्राणायाम कराया गया। उन्होंने बताया कि भस्तिका, अनुलोम-विलोम, कपाल भाति अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करना चाहिए। इससे रक्त संचार एवं फेफड़े की श्वसन शक्ति का संचार होता है। उन्होंने बताया कि शरीर को स्वस्थ्य एवं सक्रिय रखने के लिए प्राणायाम जरूरी है। इससे मानसिंक तनाव कम होता है। व्यक्ति को प्रत्येक दिन 30 से 40 मिनट तक योगासन करना चाहिए।

शारीरिक शिक्षा, खेल एवं योगिक विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो0 एसएस मिश्र ने बताया कि योग व्यक्ति को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है। कई बीमारियों में योग करने से राहत मिलती है। इससे शरीर की र्प्रतिरोधक क्षमता के साथ मानसिक तनाव दूर होता है। प्रो0 मिश्र ने बताया कि कुलपति प्रो0 गोयल की प्रेरणा से नूतन वर्ष से ही निरन्तर योगाभ्यास चलाया जा रहा है। इसमें आवासीय शिक्षक एवं अधिकारी बढ़चढ़ कर सहभागिता दे रहे है। योगाभ्यास में कुलसचिव उमानाथ, प्रो0 नीलम पाठक, प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह, प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, डॉ0 पीके द्विवेदी, डॉ0 अनिल कुमार मिश्र, डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी, डॉ0 कपिल राना, योगाचाय अनुराग सोनी, गायत्री वर्मा, डॉ0 अनुराग पाण्डेय, डॉ0 दिनेश कुमार सिंह, डॉ0 अनुराग तिवारी, डॉ0 लोकेन्द्र सिंह उमराव, डॉ0 कपिदेव सहित अन्य मौजूद रहे।