अयोध्या, 1 जनवरी । नववर्ष का पहला मिनट, अयोध्या महोत्सव का परिवेश हनुमान चालीसा से गुंजायमान हो गया। संकटमोचन हनुमान जी का स्मरण करके जनसमूह ने सभी प्रकार के कष्टों के निवारण की कामना की। प्रथम पूज्य भगवान गणेश जी की वंदना ने वातावरण में अध्यात्मिक उर्जा का संचार कर दिया। घूमर, चकरी व हरियाणा के लोकनृत्य जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने लोगो का मनोरंजन किया। महोत्सव के प्रांगण में विशाल दंगल का आयोजन किया गया। जिसमें देश के कोने कोने आये पहेलवानों ने अपना दमखम दिखाया।

प्रख्यात पहेलवानों में रंजीत हरिणाणा, बागा पंजाब, अशोक दिल्ली, प्रदीप चंडीगढ़, ओमकार कुरुक्षेत्र हरियाणा, छोटा भीम गोरखपुर, गुरुर चरन बाराबंकी, सौरभदास हनुमानगढ़ी, अशोक हनुमानगढ़ी, अनुज दिल्ली, चन्द्र प्रकाश राजस्थान, नागेन्द्रदास हनुमानगढ़ी व गूंगा हरियाणा ने अपने दांव पेच से दर्शकों को अचम्भित कर दिया। देश के बड़े बड़े पहेलवानों की कला का प्रदर्शन देख दर्शक तालियां बजाने पर मजबूर हो गये। विजयी पहेलवानों को अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत बलरामदास जी महाराज, अवध विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर अजय प्रताप सिंह व अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने पुरस्कृत किया।

विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि कुश्ती के क्षेत्र में युवाओं का रुझान बढ़ रहा है। वर्तमान में इनकी प्रतिभा में ंनिखार लाने की आवश्यकता है। ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन से लेकर रेसलिंग की दुनिया में भी भारतीय पहलवान दस्तक दे रहे है। कार्यक्रम का संयोजन बलवीर सिंह ने किया। अयोध्या महोत्सव न्यास के अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने बताया कि अयोध्या की संस्कृति व संस्कार हमें मर्यादा व अनुशासन में रहने की शिक्षा देते है। राम के आदर्श यहां के कण कण में समाहित है। आस्था, आध्यात्म की प्रज्जवलित ज्योति के माध्यम से नववर्श का स्वागत किया गया। हमारी लोकनृत्य, परम्पराओं व कला के प्रदर्शन ने महोत्सव के भीतर मौजूद लोगो का मनोरंजन करने के लिए इसके प्रति जुड़ाव रखने के लिए प्र्रेरित किया। महोत्सव में आयोजित विशाल दंगल में उपस्थित देश के विख्यात पहेलवानों की उपस्थिति ने यहां के खिलाड़ियों को प्रेरणा दी। अयोध्या ग्रामीण परिवेश में मौजूद खिलाड़ियों के लिए यह अवसर भी था कुछ नया सीखने का। उन्होने बताया कि 2 जनवरी को अयोध्या महोत्सव में कला साधक सम्मान समारोह एवं अवध में राम कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। रात्रि आठ बजे से राश्ट्रीय कवि सम्मेलन में देश के विख्यात कवियों की रचनाएं दर्शको को सुनने हेतु उपलब्ध रहेंगी। जिसमें यमुना प्रसाद उपाध्याय, दिनेश बांवरा, शम्भू शिखर, बिहारी लाल अम्बर, विनीता चौहान, अर्चना द्विवेदी, अरुण द्विवेदी, वन्दना शुक्ला, रामायणधर द्विवेदी, अनुजेन्द्र त्रिपाठी, निखिल उपाध्याय, दुर्गेश श्रीवास्तव निर्भीक, सुनीता पाठक आभा, दुर्गेश पाण्डेय दुलर्भ जैसे कवियों की उपस्थिति रहेगी। इस अवसर पर आकाश अग्रवाल, नाहिद कैफ, मोहित मिश्रा, रवि चौधरी, रेगन सिंह, श्रुति श्रीवास्तव, ऋचा उपाध्याय की उपस्थिति रही।