अंबेडकर नगर, 22 दिसम्बर। एनटीपीसी टांडा द्वारा अपने नैगमिक सामाजिक दायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के अंतर्गत ‘वृद्धाश्रम’ दहीरपुर,में निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में ‘वृद्धाश्रम’ में रहने वाले लगभग 80 से अधिक महिलाओं एवं पुरुषों की आवश्यकतानुसार ब्लड प्रेशर, मधुमेह, ई.सी.जी. इत्यादि जाॅंच की गई। इसके उपरान्त एनटीपीसी टांडा चिकित्सालय के डा0 रवीन्द्र सिंह, डाॅ0 उमेश चन्द्रा एवं डाॅ0 दिलीप कुमार सिंह द्वारा परीक्षण करके समुचित दवाएं उपलब्ध कराई गईं। साथ ही सभी उपस्थित जनों को आयुष के बारे मे जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से एनटीपीसी टांडा के महाप्रबंधक (चिकित्सा सेवाएं) डाॅ0 उदयन तिवारी एवं महाप्रबंधक (मा0सं0) एस0एन0 पाणिग्राही उपस्थित रहे।

वृद्धाश्रम में आयोजित स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का शुभारंभ महाप्रबंधक (चिकित्सा सेवाएं) डाॅ0 उदयन तिवारी, द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी बुजुर्गों से संवाद स्थापित करते हुए श्री तिवारी ने कहा कि सभी बुजुर्ग लोग हमारे परिवार एवं समाज के महत्वपूर्ण अंग हैं। वृद्धावस्था में सभी बुजुर्गों को सहारे की आवश्यकता होती है। उम्र के इस पड़ाव पर कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का होना स्वाभाविक है। उन्होनें सभी बुजुर्गों से शिविर से पूरा लाभ उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य जाॅंच के उपरान्त किसी बीमारी के लक्षण पाये जाने पर उसके उचित उपचार के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

कार्यक्रम में महाप्रबंधक (मा0सं0) श्री एस0एन0 पाणिग्राही ने उपस्थित बुजुर्गों का उत्साहवर्द्धन किया। उन्होंने अच्छे स्वास्थ्य के लिए सभी बुजुर्गों से अपनी दिनचर्या को नियमित रखने तथा यथासंभव साफ-सफाई पर ध्यान देने की बात कही। उन्होंने नैगमिक सामाजिक दायित्व के तहत किए जा रहे कल्याणकारी कार्यों की चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने वृद्धाश्रम के सभी बुजुर्गों से सदैव जुड़कर उनकी देखभाल के लिए हरसंभव सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर जितेन्द्र कुमार मिश्र, पदाधिकारी, वृद्धाश्रम, दहीरपुर, राधेश्याम उपाध्याय एवं सत्य प्रकाश शुक्ला उपस्थित रहे। निःशुल्क स्वास्थ्य जाॅंच करके आवश्यक दवाएं मिलने पर वृद्धाश्रम के सभी बुजुर्गों ने प्रसन्नता व्यक्त की तथा एनटीपीसी टांडा प्रबंधन के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सुव्यवस्थित संयोजन उप महाप्रबंधक (मा0सं0) श्रीमती मृणालिनी एवं सी.एस.आर. अधिकारी श्री एन.ए. शिपो द्वारा किया गया।