◆ 92 प्रभावितों को मिलना है 4.97 करोड़ का मुआवजा, अभी तक 1.18 करोड़ हुआ है वितरित


◆ शहर का सबसे भीड़ भाड़ वाला व आढ़त के व्यवसाय का केन्द्र माना जाता है फतेहगंज


अयोध्या, 19 दिसम्बर। फतेहगंज ओवरब्रिज निर्माण में मुआवजे को लेकर प्रभावितों में काफी नाराजगी दिखाई दे रही है। वहीं प्रशासन सहमति के आधार पर रजिस्ट्री कराने का प्रयास कर रहा है। प्रशासन की काफी कोशिश के बाद भी 20 दिन में केवल पांच रजिस्ट्री ही हो पायी है। प्रभावितों का दबी जुबान से मुआवजे को लेकर पक्षपात बरतने का भी आरोप है। ओवरब्रिज का निर्माण का लक्ष्य दिसम्बर 2023 तक रखा गया है। सहमति न मिलने की दशा में निर्माण का समय और आगे भी जा सकता है।

फतेहगंज कई जनपदों के लिए आढ़त व्यवसाय का केन्द्र माना जाता है। यहां स्थित रेलवे क्रासिंग जिले की सबसे एक व्यस्ततम रेलवे क्रासिंग में एक मानी जाती है। इस रेलवे क्रासिंग पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है। व्यवसायिक केन्द्र होने के कारण यह भवनों की दृष्टि से महंगा इलाका माना जाता है। ओवरब्रिज बनने की वजह से यहां 92 लोग प्रभावित हो रहे है। जिसमें 20 निजी भूमि तथा 72 शासकीय भूमि पर काबिज है। जिनमें 65 को मुआवजा मिलना है। बाकी लोगो का अतिक्रमण की श्रेणी में आया है। इनको 4.92 करोड़ का मुआवजा मिल रहा है। सेतु निगम के सहायक अभियंता रोहित अग्रवाल ने बताया कि अभी तक 1.18 करोड़ का मुआवजा वितरित किया जा चुका है। जिसमें सबसे ज्यादा मारवाड़ी भवन को मिला है। ओवरब्रिज बनने में 1 साल के करीब लगेगा। जिसको दिसम्बर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अगर सहमति न मिलने की दशा में रजिस्ट्री में देर लगती है। तो इसको समय से पूरा करने में दिक्कतें आयेंगी। क्योंकि लेबर बढ़ाने के बाद भी निर्माण में लगने वाले समय उस अनुपात में कम नहीं होगा।

उन्होने बताया कि 793.47 मीटर लम्बा व 8.5 मीटर चौड़ा ओवरब्रिज होगा। जिसमें वाहन चलने की जगह 7.5 मीटर होगी। इसकी लागत 69.36 करोड़ आयेगी। रेलवे के पोरशन 72 मीटर का निर्माण होगा। 3.75 सर्विस लेन रहेगी। 1 मीटर चौड़ा ड्रेन का निर्माण भी होगा।