अयोध्या 06 दिसम्बर। मण्डलायुक्त गौरव दयाल द्वारा अयोध्या विजन के अंतर्गत विभिन्न निर्माणाधीन परियोजनाओं के स्थलीय निरीक्षण के क्रम में डाभासेमर स्थित डा0 भीमराव अम्बेडकर क्रीडा संकुल का क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वप्रथम बैटमिंटन हाल का अवलोकन किया तथा अच्छी प्रकार से साफ सफाई कर सही प्रयोग में लाने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि डा0 भीमराव अम्बेडकर क्रीडा संकुल में जो इन्फ्रास्ट्रक्चर है वैसा कहीं नही है, इसको अच्छी प्रकार से साफ सुथरा कर प्रयोग में लाया जाय। संकुल परिसर में जो झाड़ियां उगी है उनकी नियमित साफ सफाई की जाय तथा जो अर्धनिर्मित स्टेडियम है उसे प्रयोग में लाने योग्य बनाया जाय। क्रीडा संकुल में निर्मित तरण ताल का निरीक्षण करते हुये उन्होंने कहा कि इसकी गंदगी को साफ की जाय तथा जो दिवालो पर काई है उसकी सफाई नियमित की जाय तथा ऐसा तरण ताल और कहीं नही है। इसकी साफ सफाई कराके इसमें प्रदेश स्तरीय टूर्नामेंट का आयोजन भी कराया जाय। मल्टी परपज हाल में सभी मूलभूत सुविधायें अच्छी रखी जाय। उन्होंने कहा कि इस क्रीडा संकुल का विकास अयोध्या के भविष्य को देखकर किया जाय तथा अयोध्या जनपद एवम आस पास के जनपद के बच्चो को खेल के प्रति जागरूक करके इस संकुल में विभिन्न खेलो के लिए प्रशिक्षण दिया जाय।

इसके उपरांत लेक मैन आफ इंडिया के मार्गदर्शन में अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा तहसील सोहावल क्षेत्र अन्तर्गत स्थित उत्तर भारत के सबसे बड़े पक्षी अभ्यारण के रूप में विकसित की जा रही समदा झील का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि झील के किनारे बन्धों पर ऐसे सजावटी पेड़ लगाये जाय जो जल्दी विकसित हो जाय तथा झील के बीच मे स्थित टापुओं पर आने वाले पक्षियों के पोषण से सम्बंधित पौधों को उगाया जाय। उन्होंने कहा कि पूरी झील के प्रोजेक्ट से सम्बंधित एक संकेतक भी लगाया जाय जिससे आने वाले पर्यटकों को इस प्रोजेक्ट की जानकारी हो सके तथा लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाय।

अन्त मे अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा अयोध्या नगर निगम में वार्डो में निर्माणाधीन गलियों का निरीक्षण किया। निर्माणाधीन सी सी गलियों मे कंस्ट्रक्शन जॉइंट्स नही काटे गए जिस पर उन्होंने तत्काल कंस्ट्रक्शन जॉइंट्स एक सीध रेखा मे फर्मे के साथ काटने के निर्देश दिए तथा कहा कि आगे से सी सी रोड की स्लैब ढालते समय एक प्रॉपर फर्मे का प्रयोग किया जाए जिससे देखने मे सुंदर लगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या की गलियों में कही भी इंटरलॉकिंग ईट का प्रयोग न किया जाए उसके स्थान पर सीमेंट के कबल स्टोन के समान दिखने वाले पत्थरो का प्रयोग किया जाय। मंडलायुक्त ने निरीक्षण के दौरान अयोध्या विकास प्राधिकरण के अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिया कि सभी कार्यो का 50 प्रतिशत भुगतान उसकी फिनिशिंग के आधार पर किया जाए अगर कार्य की फिनिशिंग अच्छी नही है तो उसका भुगतान न किया जाए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों से कहा कि कार्यदायी संस्थायें उनके द्वारा कराये जा रहे कार्यो में अपने विवेक का पूर्ण उपयोग करके चीजो को और बेहतर बनाये। उन्होंने कहा कि सभी निर्माणाधीन गलियों में स्ट्रीट लाइट लगाने का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाए तथा सभी स्ट्रीट लाइट के इस्टीमेट में नीची ऊंचाई की वॉर्म लाइट का प्रावधान किया जाय। निर्मित सी0सी0 गलियों का अवलोकन करने के बाद उन्होंने कहा कि फिनिशिन का कार्य अच्छा नही है इसे सही किया जाए। निरीक्षण के दौरान सभी कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि गण उपस्थित रहे।