◆ जानियें अनामिका अम्बर ने प्रकरण में लाईव आकर सरकार पर लगाये कौन से आरोप


◆ बिहार के सोनपुर मेले में कवियत्री का था काव्यपाठ, रोके जाने पर कवियों ने किया बहिस्कार


नई दिल्ली। प्रख्यात कवियत्री अनामिका अम्बर जैन को बिहार के सोनपुर मेले में आमंत्रण के बाद भी काव्यपाठ करने से रोक दिया गया। जिसका विरोध करते हुए कवियों ने सम्मेलन का बहिस्कार किया। इसके बाद अनामिका अम्बर ने लाईव आकर बताया कि एडीएम स्तर के अधिकारी ने उन्हें काव्यपाठ करने से रोक दिया। अधिकारी का कहना था कि उपर से आदेश है कि काव्यपाठ नहीं करने दिया जाय।

बिहार के सोनपुर में पयर्टन विभाग के द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था। यहां काव्य पाठ प्रारम्भ होता इससे पहले विवाद हो गया। कार्यक्रम शुरु होने के पहले छपरा एडीएम ने संचालक संजीव मुकेश से कहा कि अनामिका अम्बर जैन को छोड़कर बाकी सभी कवि मंच पर कविता का पाठ करेंगे। एडीएम की इस बात को सुनकर सभी हैरान रह गये। इसको लेकर कवि कोधित हो गये तथा उन्होने कार्यक्रम का बहिस्कार कर दिया।

अनामिका अम्बर जैन से फेसबुक पर आकर कहा कि सच्चाई की बात करना इतना दूभर हो सकता है। प्रशासन को मना करना पड़ा कि अनामिका अम्बर जैन को मंच पर नहीं जाने दिया जाय। मै यहां से बिना काव्यपाठ किये जाते हुए काफी निराश हूं। मेरे श्रोता इंतजार करते रहे। करीब दो ढाई घंटे इंतजार के बाद यह निर्णय लिया गया। इसका कारण कुछ दिन पहले मेरे द्वारा वायरल सच है। मै धन्यवाद करती है मेरे साथी कवियों का जिन्होने कहा कि अनामिका अम्बर अगर काव्यपाठ नहीं करेंगी तो कोई नहीं करेगा। वहीं इस पूरे मामले में सामने आ रहा है कि अनामिका अम्बर जैन ने यूपी में का बा के जवाब में यूपी बाबा गीत गया था। जिसकी वजह से उन्हें काव्यपाठ करने से रोक दिया गया।