मुंबई, महाराष्ट्र, 16 अक्टूबर। सदियों से गाय सिर्फ ग्रामीण जनजीवन और उसकी अर्थव्यवस्था के लिए ही नहीं महत्वपूर्ण है बल्कि गाय मानव प्रजाति की संपूर्ण आहार की दाता और पोषण करने वाली वह पशुधन मानी जा रही है जिसके अंदर ईश्वरी शक्ति और माता का स्वरूप माना जा रहा है, यह बात कहा भारतीय जन कल्याण बोर्ड के सदस्य गिरीश जयंतीलाल शाह ने। शाह ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार गौ संरक्षण के लिए समर्पित है।

शाह ने बताया कि भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड से लेकर राष्ट्रीय कामधेनु आयोग और तमाम प्रदेशों में स्थापित गौ सेवा आयोग और उनके अधीन कार्यरत गौशाला में तथा पंजरापोल गौ संरक्षण -संवर्धन के दिशा में बेहतरीन काम कर रहे हैं। अभी हाल में आयोजित विश्व पशु दिवस के अवसर पर केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने गौशालाओं तथा पंजरापोलों के आत्मनिर्भरता के लिए गोबर गोमूत्र के प्रयोग पर जोड़ देने के लिए कहा। उन्होंने इस बार आ रही दीपावली को गोबर के दीए और मूर्तियां तथा अन्य सामान बनाकर बेचने और गौशालाओं को समृद्ध करने की अपील की।

इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए भारतीय जन कल्याण बोर्ड के सदस्य गिरी जयंतीलाल शाह ने बताया कि केंद्रीय पशुपालन मंत्री परषोत्तम रूपाला जी के अपील के अनुसार इस दीपावली में गोबर के दीए बनाकर बेचने का एक अभियान चलाया गया है जिसके तहत मुंबई की एक कंपनी जिसका नाम गोयम है , उसने बड़े ही रुचि और लगन के साथ भारी मात्रा में गोबर के दीए बनाकर इस बार की दिवाली मनाए जाने में गोबर के दीए लोगों के बीच ले जाने का निर्णय लिया है।