Durgesh Pandey अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤°à¤¨à¤—र। अधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के चकà¥à¤•à¤° मे पड़ कर लोग परिवाहन विà¤à¤¾à¤— के नियमो की धजà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¾ उडा़ रहे है। लोग मनमानी तरीके से अपनी मोटर साइकिलो व चार पहिया वाहनो पर नमà¥à¤¬à¤° लिखवा कर फरà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¤¾ à¤à¤° रहे है। सब कà¥à¤› जानते हà¥à¤ à¤à¥€ परिवाहन विà¤à¤¾à¤— कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ करने के बजाय मौन साधे हà¥à¤ है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ मे जिले मे अलग-अलग अनà¥à¤¦à¤¾à¤œ मे गाड़ियो मे नमà¥à¤¬à¤° पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ लिखवाने की बाॠसी आ गई है। लोग मन चाहे अनà¥à¤¦à¤¾à¤œ मे गाडियो पर नमà¥à¤¬à¤° डलवा रहे हैं। कोई 2414 को शà¥à¤¯à¤¾à¤® लिखवा रहा है। तो कोई 4141 को मोदी, 2114 को राम व 4141 को पापा लिखवा कर चल रहा है। लिखने की कला à¤à¥ˆà¤¸à¥€ होती है कि नमà¥à¤¬à¤° अंको मे होने के बजाय शबà¥à¤¦à¥‹ मे दिखता है। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वाहनो पर नमà¥à¤¬à¤°à¥‹ की नाप à¤à¥€ अलग-अलग व मनचाहे रंग मे रहती है। इसके चलते वाहनो के नमà¥à¤¬à¤° की पहचान करना मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¿à¤² रहता है। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के नमà¥à¤¬à¤° लिखे होने से पà¥à¤²à¤¿à¤¸ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ व परिवाहन विà¤à¤¾à¤— के अधिकारियो के सामने परेशानिया खडी हो जाती हैं। किसी घटना या विशेष परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹ मे इन वाहनो की पहचान करना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² हो जाता है। मोटर साइकिलो व चार पहिया वाहनो के नमà¥à¤¬à¤° पलेट के मानक केे विषय मे जब उप समà¥à¤à¤¾à¤—ीय परिवाहन अधिकारी सौरठकà¥à¤®à¤¾à¤° से पूछा गया तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ बताया कि नमà¥à¤¬à¤° पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ के मानक की जानकारी दो घणà¥à¤Ÿà¥‡ बाद ही बता पायेंगे। उनके इस कथन से साफ जाहिर होता है कि उनà¥à¤¹à¥‡ à¤à¥€ नमà¥à¤¬à¤° पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¥‹ की लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ, चैडाई, मोटाई नमà¥à¤¬à¤°à¥‹ कि नाप व उनके बीच की दूरी की सही जानकारी नही है।
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