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( AMBEDKER NAGAR , 25 MAY),  à¤¬à¤¸à¤–ारी विकास खंड के बेलापरसा में कनीज फात्मा मरहूमा के इसाले सवाब की मजलिस पढ़ते मौलाना सैय्यद मोहम्मद असगर शारिब तथा मौलाना मेंहदी हसन जलालपुरी ने रसूल व आले रसूल के संदेशो का निरंतर प्रसारित करते रहने पर बल दिया। मौलाना द्वय ने इस्लाम में पर्दे के महत्व पर विभिन्न कोणों से प्रकाश डाला। कहा गया कि बेपर्दगी जहां जलालत की निशानी और रूसवायी का बायस है, वहीं दूसरी ओर पर्दा तरक्की की राह में हर्रागज रूकावट नहीं है। उदाहरण के रूप में कहा गया इरान जैसे इस्लामी गणराज्य में पर्दानशी महिलाएं पायलट है तो भारत में भी मुस्लिम महिलाएं पर्दे में रहकर भी विकास की दौड़ में किसी से पीछे नहीं है। कैफी अब्बास, आफताब हुसैन, शबीहुल हसन, शहंशाह हैदर सहित अन्य उपस्थित रहे।