जलालपुर अंबेडकर नगर। जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी के लाख प्रयासों के बावजूद जनपद में प्रैक्टिस कर रहे झोलाछाप डॉक्टरों पर कोई लगाम नहीं लग पा रही है। इन झोलाछाप डॉक्टरों के गलत इलाज के कारण आए दिन लोगों की जान भी चली जा रही है लेकिन चिकित्सा विभाग इन पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है।
ऐसा ही झोलाछाप डॉक्टर द्वारा इलाज का मामला जलालपुर कोतवाली अंतर्गत मुरवाह गांव से सामने आया है। उक्त गांव निवासी सदीप ने बताया कि उसकी मां के बीमार होने पर वह उसे सरकारी अस्पताल लेकर जा रहे थे। इसकी जानकारी मिलने पर अहमद पुत्र शमशेर अली निवासी ग्राम बडेपुर थाना सम्मनपुर जनपद अंबेडकर नगर के द्वारा इलाज करने की बात कहकर अपने यहां बुलाया गया। विदित हो कि आरोपी अहमद एक झोलाछाप डॉक्टर है जो सरकारी अस्पताल बड़ेपुर के समीप ही अपना अवैध अस्पताल खोलकर प्रैक्टिस करता है। इलाज के दौरान झोलाछाप डॉक्टर ने महिला की दाहिनी जाँघ में इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के बाद से ही महिला को काफी दर्द होने लगा जो लगातार दूसरे दिन तक होता रहा। दर्द बढ़ने पर दूसरे दिन पुनः जब उस डॉक्टर को दिखाया गया तो उसने दवा देते हुए जल्दी ठीक हो जाने का आश्वासन दिया। अगले दिन जब दर्द के साथ साथ घाव बढ़ने लगा तो उक्त झोलाछाप चिकित्सक ने कहीं और दिखाने के बात कहकर इलाज करने से इनकार कर दिया। घटना से आहत पीड़ित ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर झोलाछाप चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी किंतु सप्ताह पर बीत जाने के बावजूद चिकित्सा विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित निराश है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजकुमार ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। टीम बनाकर झोलाछाप चिकित्सकों के विरुद्ध जल्द ही कार्रवाई की जायेगी।