अयोध्या। गुरुवार को राम नगरी में सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाशोत्सव की पर खिड़की अली बेग स्थित गुरुद्वारा दुख निवारण में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अथिति कमिश्नर गौरव दयाल और आई जी प्रवीण कुमार मौजूद ने माथा टेका।
जम्मू काश्मीर व हिमाचल प्रदेश के रागी जत्थे ने शबद कीर्तन और भजन प्रस्तुत कर भक्ति भाव का संचार किया। गुरुबानी सुनाकर माहौल भक्तिमय कर दिया। आखिर में गुरुद्वारा दुखनिवारण से गुरुवार को श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के जन्मोत्सव पर गुरुद्वारा दुख निवारण में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके बाद गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रछाया व पंज प्यारे की अगुवाई में कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र सिंह छाबड़ा ने किया। लोगों ने मत्था टेक कर प्रसाद ग्रहण किया गया। इस दौरान लंगर का आयोजन किया।
गुरुद्वारा दुख निवारण के प्रति पाल सिंह पाली ने कहा कि श्री गुरु गोविंद सिंह जी का जीवन मानवता के लिए प्रेरक रहा है, समानता और समावेशिता का प्रचार उनके द्वारा किया गया। वह सिर्फ एक आध्यात्मिक आदर्श नहीं थे बल्कि एक योद्धा थे। जो सर्वोच्च बलिदान के सामने भी सिद्धांतों से खड़े थे।
कार्यक्रम में जसवीर सिंह सेठी, प्रतिपाल सिंह गांधी,नवनीत सिंह निशू बाबा, सुरजीत सिंह छाबड़ा, सतनाम सिंह जबल, परमजीत सिंह पम्मा अमनदीप सिंह विशी, सुनील द्विवेदी, अवनीत गांधी, मिंटू सिंह, विशाल आदि उपस्थित रहे।