अंबेडकर नगर। शुकवार की रात पुलिस और दो बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से दोनों बदमाश घायल हो गए। दोनों बदमाश लगभग दस दिन पूर्व जनसेवा केंद्र के संचालक से हुई लूट में शामिल थे। पुलिस ने दोनों के पद से नगदी, तमंचा और मोटर साइकिल बरामद किया। गौरतलब है कि बीते 14 जुलाई को आलापुर थानाक्षेत्र अन्तर्गत ग्राम मसेना मिर्जापुर निवासी दिनेश यादव निवासी जन सेवा केंद्र में वितरण करने के लिए 68,000 रुपए बैंक से निकालकर ले जा रहा था तभी रास्ते में दो बाइक सवार अज्ञात बदमाशों द्वारा उससे उसका लैपटॉप और रुपए लूट कर फरार हो गए थे। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अग्ररिम कार्यवाही में जुट गई थी।
शुक्रवार की रात में आलापुर पुलिस टीम देखभाल / भ्रमण क्षेत्र, रात्रि गस्त व तलाश वाछित/ वाहन चेकिंग में रामनगर चौराहे पर मौजूद थी, तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि लूट की घटना को अंजाम देने वाले बदमाश न्योरी से रामनगर की तरफ मोटरसाइकिल से आ रहे हैं, थोड़ी देर इन्तजार करने पर न्योरी की तरफ से मोटर साइकिल आती हुई दिखायी देने पर पुलिस टीम द्वारा उनको रोकने का प्रयास किया गया तो पुलिस टीम को देखकर पीछे की तरफ मुड़कर तेजी से न्योरी की तरफ भागने का प्रयास करने लगे तत्पश्चात पुलिस टीम द्वारा घेराबन्दी करने के कारण रामनगर महुवर पंचवटी गैस एजेन्सी तिराहा पर बदमाशों की मोटर साइकिल अनियन्त्रित होकर गिर गयी, पुलिस टीम द्वारा घेरा बन्दी करने पर दोनों ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर करने लगे। तत्पश्चात पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थं जवाबी कार्यवाही की गयी जिससे दोनों व्यक्ति पैर में गोली लगने से मौके पर ही गिर गये। पुलिस टीम द्वारा हिरासत में लिया गया पकड़े गये बदमाशों ने अपना नाम अंकित यादव उर्फ टोनी पुत्र हरिश्चन्द नि0 मधुबाना थाना जहाँगीरगंज बताया व दूसरे ने अपना नाम संतोष प्रजापति पुत्र स्व0 झिनकू प्रजापति निवासी लखनडीह थाना जहाँगीरगंज बताया। तलाशी लेने पर 42150 रुपये नकद लूट के व उनके कब्जे से एक मोटर साईकिल व एक अदद तमंचा 315 बोर व तीन अदद खोखा कारतूस 315 बोर व एक अदद जिन्दा कारतूस 315 बोर व एक देशी तमन्चा 12 बोर व एक अदद जिन्दा कारतूस व एक अदद खोखा कारतूस 12 बोर बरामद हुआ। घायल बदमाशों को प्राथमिक उपचार हेतु जिला अस्पताल भेजा गया था। अंकित के खिलाफ़ जिले विभिन्न थानों में दस और संतोष के खिलाफ़ चार मुकदमें दर्ज थे।