अम्बेडकर नगर। बीएनकेबी पीजी कॉलेज में संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश, भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय, संत गोबिंद साहब कल्चरल क्लब और कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 15 दिवसीय सुगम संगीत कार्यशाला में बुधवार को प्रशिक्षुओं ने राग बागेश्री का अभ्यास किया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए कॉलेज की प्राचार्या डॉ. शुचिता पांडेय ने कहा कि प्रशिक्षु विभिन्न रागों के माध्यम से भारतीय शास्त्रीय संगीत की समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने इसे सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण बताया। हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि साहित्य और संगीत का गहरा संबंध है, जो मानवता को पोषित करने का कार्य करता है। सामूहिक अभ्यास से समर्पण और अनुशासन की भावना भी विकसित होती है। कार्यशाला के संयोजक वागीश शुक्ल ने बताया कि समन्वयक उपमा पांडेय के निर्देशन में प्रशिक्षक सचिन गिरि द्वारा राग बागेश्री पर आधारित गीतों का अभ्यास कराया गया। इसके साथ ही विलुप्त होती लोक विधाओं से भी प्रशिक्षुओं को परिचित कराया गया।
इस अवसर पर अन्नू गौर, ज्योति, श्वेता सिंह, आयुष श्रीवास्तव, आदित्यानंद, गौरव शुक्ल, पीयूष विश्वकर्मा, शिल्पी मिश्रा, साक्षी विश्वकर्मा, अनुपम शर्मा, यशोदा श्रीवास्तव, हर्षिता सिंह, अरिन गुप्ता, मधु त्रिपाठी, ज्योति निषाद, आकांक्षा तिवारी, निधि, अंतिमा साहू, रिंकू द्विवेदी, रीशू प्रजापति, शुभम पांडेय, अवंतिका पांडेय, महिमा, श्रेया, प्रिया उपाध्याय, सृष्टि सिंह, खुशी पांडेय, सौम्या यादव सहित बड़ी संख्या में प्रशिक्षु और शिक्षक उपस्थित रहे।