◆ मंदिरों में पर्यटकों के लिए बैठने की सुविधा, साइनेज, शौचालय, पेयजल व अन्य सुविधाओें की होगी व्यवस्था
◆ अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने किया निरीक्षण
अयोध्या। श्री ऋषभ देव दिगम्बर जैन मन्दिर एंव चित्रगुप्त मन्दिर, हैदरगंज में पर्यटकीय सुविधाओं के विकास के लिए संतोष कुमार शर्मा मुख्य कार्यपालक अधिकारी अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद ने निरीक्षण किया। इस दौरान धीरज श्रीवास्तव व पी०एन० सिंह, संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद उपस्थित रहे।
हैदरगंज स्थित चित्रगुप्त मंदिर में उपस्थित मंदिर के केयरटेकर सोमनाथ श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि मन्दिर श्री चित्रगुप्त मन्दिर सेवा ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाता है। पूर्व में यह भूमि नजूल की थी। जिसका वाद में मन्दिर ट्रस्ट के पक्ष में विक्रय पत्र निष्पादित करा लिया गया है। प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा बताया गया कि पर्यटन सुविधाओ के विकास हेतु हैदरगंज स्थित श्री चित्रगुप्त मन्दिर के आसपास के क्षेत्र को विकसित करने हेतु स्वीकृति प्राप्त हुई है। कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल द्वारा परियोजना का डीपीआर तैयार कर निदेशालय को प्रेषित किया गया है। इसमें मन्दिर के आने का मार्ग, साइनेज, शौचालय, स्टेयरर्स तथा मन्दिर के ऊपरी भाग में श्रद्वालुओ के बैठने हेतु एक हाल तथा फर्श आदि का प्राविधान किया गया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्देशित किया कि प्राथमिकता के आधार पर श्रद्वालुओं के बैठने हेतु उचित व्यवस्था, आने जाने का मार्ग, साइनेज, शौचालय, फर्श, तथा फर्श का कार्य कराया जाये। इसके साथ ही मन्दिर समिति से सम्पर्क कर मन्दिर के स्वामित्व सम्वन्धी विलेख को प्राप्त कर लिया जाये।
सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया गया कि श्री ऋषभदेव दिगम्बर जैन मन्दिर के वाह्य भाग में ही कार्य का डीपीआर जिसमें सड़क, प्रकाश, व श्रद्वालुओ के बैठने की व्यवस्था किये जाने का प्राविधान किया गया है। मन्दिर के आन्तरिक भाग में इनकी संस्था द्वारा अपनी परम्पराओं के अनुसार मन्दिरों का निर्माण स्वयं कराया जा रहा है। मन्दिर के पीठाधीश्वर रविन्द्र कीर्ति स्वामी जी ने बताया कि यदि उनकी संस्था द्वारा निर्मित मन्दिरों में माडर्न फसाड प्रकाश व्यवस्था का कार्य कराया जाये तो उचित रहेगा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्देशित किया गया कि निदेशालय स्तर पर प्रेषित डी.पी.आर. में यदि संशोधन सम्भव हो तो एक बार वार्ता की जा सकती है। इसके अतिरिक्त सड़क निर्माण, उचित प्रकाश व्यवस्था श्रद्वालुओ के बैठने हेतु बेंचेज, स्ट्रीट लाइट, पेयजल व्यवस्था परिषद का साइनएज आदि कार्य प्राथमिकता के आधार पर करायें जाये।
निरीक्षण के समय उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड के सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर अजय कुमार मिश्रा, अवर अभियंता मनोज कुमार मौर्य, डा० जीवन प्रकाश जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।