जलालपुर, अम्बेडकरनगर। सामुदायिक शौचालय का रुपया ग्राम प्रधान पर डकारने का आरोप लग रहा है। अर्ध निर्मित हालत मे वर्षों से पडा़ हुआ है। लेकिन अधिकारियों की नजर नही पड रही है।
भाजपा सरकार ने गांवो के विकास के लिए तमाम प्रयास कर लाखो रुपये खर्च कर रही है,लेकिन अधिकारियों व ग्राम प्रधान के मनमानी के चलते गांवों के विकास मे बाधक बन रही है। अधिकारी गण आखिर मे जो वर्षों से अपूर्ण हालत मे शौचालय बने हैं उनको पूर्ण कराने की कोशिश क्यो नही कर रहे हैं। ऐसा ही मामला कई गांवो मे देखने को मिली है। जलालपुर ब्लॉक के जमौली व वाजिदपुर मे लगभग तीन वर्ष पूर्व शासन के मंशा के अनुरूप महती योजना स्वच्छता अभियान के तहत सामुदायिक शौचालय का निर्माण हुआ था जहाँ केवल सिर्फ ढाचे है और कुछ नही है यहा तक कि शौचालय की सीट तक नही लगी है। सूत्रों की माने तो तत्कालीन प्रधान द्वारा ढाचा खड़ा कर रुपया हजम कर लिया गया और शौचालय को अर्धनिर्मित हालत मे छोड़ दिया गया। ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत भी की गयी लेकिन कोई भी अधिकारी झाकने तक नही गया। वही अब ये गाँव नगर पालिका क्षेत्र मे समाहित हो गया जिसके चलते और भी ग्राम प्रधान व अधिकारी आजाद हो गये कि अब कोई पूछने वाला नही है। जब इस सम्बन्ध मे ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से बात की जाती है तो बताया जाता है कि उक्त गाँव नगर पालिका मे जुड गये हैं जिसका लेखा जोखा अब नही है। इसका मतलब हुआ कि इन अधिकारियों की मिलीभगत से शौचालय का पैसा हजम कर लिया गया जो अब नगर पालिका निगरानी करेगा।