Saturday, November 23, 2024
HomeAyodhya/Ambedkar Nagarअम्बेडकर नगरसड़क पर बकायदे अस्पताल का बड़ा बोर्ड, अस्पताल अवैध और स्वस्थ्य महकमा...

सड़क पर बकायदे अस्पताल का बड़ा बोर्ड, अस्पताल अवैध और स्वस्थ्य महकमा अंजान

Ayodhya Samachar


@ सुभाष गुप्ता


बसखारी अंबेडकर नगर। सड़क पर बकायदे बड़ा बोर्ड लगाकर बसखारी में संचालित आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल के अवैध होने की जानकारी लोगों को उस समय हुई जब प्रसूता और उसके नवजात शिशु की मौत को लेकर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यहां यह उठता है कि डायग्नोस्टिक सेंटर के साथ बकायदे बोर्ड लगाकर किए जा रहे अस्पताल के संचालन की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को पहले क्यों नहीं हो पाई। कहीं ऐसा तो नही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से ही अस्पताल का संचालन हो रहा था। जबकि यह अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसखारी से चंद कदम की दूरी पर स्थिति है। चर्चा तो यह भी है कि इस अस्पताल में मरीजों को लाने के लिए आशा बहूओ को भी अच्छी खासी रकम कमीशन के रूप में दी जाती थी।बता दें कि बीते 16 जून को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसखारी से कुछ ही दूरी पर स्थित आयुष मल्टीपल हॉस्पिटल में प्रसूता एवं नवजात शिशु की हुई मौत के बाद पता चला कि यह अस्पताल अवैध रूप से संचालित था। यही नहीं इस अस्पताल के संचालक का अस्पताल के सामने जय डायग्नोस्टिक सेंटर भी संचालित है।जिसे भी अवैध बताया जा रहा है। अब सवाल यह उठता है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसखारी से चंद कदम की दूरी पर स्थित जय डायग्नोस्टिक सेंटर व आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल का संचालक बेखौफ अस्पताल को संचालित कर मरीजों की जिंदगी से मौत का खेल खेल रहा था। और इसकी भनक स्वास्थ्य महकमे को नहीं लग पाई। जबकि इस अवैध अस्पताल से कुछ ही दूरी पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी है।चर्चा तो यह भी है कि जनपद में कई ऐसे हॉस्पिटल ,नर्सिंग होम व डायग्नोस्टिक सेंटर हैं जो अवैध रूप से संचालित हैं। जिनकी जानकारी भी स्वास्थ्य महक में के पास रहती है।लेकिन उनको महीने में बंधी बधाई रकम पहुंचा दी जाती है। जिसके चलते अवैध रूप से संचालित हॉस्पिटल,नर्सिंग होम व डायग्नोस्टिक सेंटर आए दिन मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करते रहते हैं। बताया जाता है कि अकबरपुर बसखारी रोड पर स्थित बसखारी कस्बे में फूलचंद मौर्य के द्वारा 2 साल पहले जय डायग्नोस्टिक सेंटर खोला गया था। जो बगैर रजिस्ट्रेशन व किसी रोक-टोक के चल रहा था। इसके बाद फूलचंद मौर्या ने डायग्नोस्टिक सेंटर के सामने तीन मंजिला मकान में आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल की नींव रखी और डायग्नोस्टिक सेंटर की तरह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर बगैर किसी रजिस्ट्रेशन के अस्पताल का संचालन कर रहा था । एकं तरफ अस्पताल संचालक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर बेखौफ अस्पताल का संचालन कर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा था। वहीं दूसरी तरफ मरीजों की संख्या बढ़ाने के लिए आशा बहूओ को भारी कमिशन भी दिया करता था। जिसके चलते आशा बहुएं अधिकतर डिलीवरी के केस इस अस्पताल में लेकर आती थी। रविवार को जच्चा बच्चा की हुई मौत से पहले भी प्रसव के लिए आई दो महिलाओं की ऑपरेशन से पैदा हुए दो नवजात शिशुओं की भी मौत हो चुकी है। लेकिन अस्पताल स्टाफ के द्वारा मरा हुआ बच्चा पैदा होने की बात कह कर परिजनों को शांत कर दिया गया था। बीते रविवार को छंगुरपुर मिश्रौलिया निवासिनी रंजना देवी व उनके नवजात शिशु की मौत को लेकर पहले तो अस्पताल प्रबंधन तंत्र ने पुराना राग अलपटे हुए मरा हुआ बच्चा पैदा होने की बात कर परिजनों को शांत कर दिया। लेकिन कुछ ही देर बाद रंजना की मौत हो जाने के बाद परिजन व ग्रामीण आक्रोशित हो गए। इसके बाद इस अस्पताल के अवैध रूप से संचालित होने के बात स्वास्थ्य महकमे के द्वारा बताई गई। बताया जाता है कि यही एक अस्पताल नहीं स्वास्थ्य विभाग की कृपा दृष्टि से कई ऐसे अस्पताल, नर्सिंग होम व डायग्नोस्टिक सेंटर है। जो लगातार मरीजों की जिंदगी और मौत से खिलवाड़ कर रहे हैं। और जब कोई घटना घट जाती है तो स्वास्थ्य विभाग अस्पताल को सीलकर और उसे अवैध बताकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेता है। जबकि क्षेत्र में चर्चा है कि ऐसे अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के ही रहम करम पर ही क्षेत्र में फल फूल रहे हैं।


आरोपी अस्पताल संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जाए


बीते रविवार को अवैध तरीके से संचालित अस्पताल में जच्चा बच्चा की हुई मौत के मामले में वांक्षित आरोपी मूलचंद मौर्य पुत्र जय नारायन को बसखारी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। परिजनों के हंगामे एवं पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों के हस्ताक्षेप पर बसखारी पुलिस ने आरोपी आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल के संचालक मूलचंद मौर्य निवासी दायम पुर थाना हंसवर के विरुद्ध मुकदमा संख्या 0161/2024 भारतीय दंड विधान की धारा 304, 315, 504 व एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत उसकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई थी। जिसे सोमवार को हरैया बाइपास से बसखारी थाना प्रभारी निरीक्षक संत कुमार सिंह ने हमराही सिपाहियों के साथ घेराबंदी करते हुए गिरफ्तार कर लिया और विधिक कार्रवाई करते हुए सक्षम न्यायालय में प्रस्तुत किया।जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। इस संदर्भ में थाना प्रभारी निरीक्षक संत कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar
Ayodhya Samachar

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments