◆ 180 दिन में 2.34 लाख यात्रियों ने अयोध्या से देश के अन्य महानगरों के लिए भरी उड़ान, 2.47 लाख ने किया अयोध्या में लैंड
◆ कई रुट्स पर यात्रियों की संख्या कम होने के कारण छह फ्लाइट्स करनी पड़ी कम
अयोध्या। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालन को छह माह से अधिक बीत चुके हैं। इस दौरान वायु मार्ग से आने व देश के अन्य शहरों को जाने वाले यात्रियों की संख्या मे लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जनवरी से जून माह के बीच बड़ी संख्या में एयरपोर्ट पर यात्रियों की आवाजाही रही। 180 दिन में 2.34 लाख यात्रियों ने अयोध्या से देश के अन्य महानगरों के लिए उड़ान भरी। 2.47 लाख यात्रियों ने अयोध्या में लैंड किया है।
30 दिसंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट का लोकार्पण किया। जनवरी में प्राण प्रतिष्ठा से पहले एयरपोर्ट का संचालन होते ही देश की बड़ी एयरलाइन्स कंपनियों ने अपने विमान उतार दिए। 22 जनवरी को आयोजन में शामिल होने के लिए देश-विदेश से वीआईपी श्रद्धालु अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे, जिसमें फ़िल्म, उद्योग व राजनीति जगत की कई हस्तियां खुद के विमान से अयोध्या पहुंची थीं।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद से देश भर के श्रद्धालुओं का अयोध्या के प्रति रुझान बढ़ा। यही देख कई बड़ी एयरलाइन्स कंपनियों ने अपने विमान अयोध्या में उतार दिये। तमाम लुभावने ऑफर देते हुए देश के कई महानगरों के लिए उड़ान सेवाएं शुरू कर दीं। दिसंबर से जून माह तक में विभिन्न कंपनियों की 20 उड़ानें शुरू कर दी गईं। हालांकि कई रुट्स पर यात्रियों की संख्या कम होने के कारण छह फ्लाइट्स कम करनी पड़ गई। फिर भी लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
एयरपोर्ट के डायरेक्टर विनोद गर्ग ने बताया कि अयोध्या एयरपोर्ट के संचालन को छह माह बीत चुके है। डीजीसीए ने साढ़े चार साल का लाइसेंस एक्सटेंड कर दिया है। हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय विमान भी उतरें। मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में कई इकाइयों का निर्माण हुआ है। कई निर्माणाधीन भी हैं। इस दौरान जिले के लोगों के रोजगार के साधन भी बढ़े हैं। अकेले एयरपोर्ट व फ़्लाइट संचालन में ही जिले के 400 लोगों को रोजगार मिला है।