अंबेडकरनगर। पीड़िता के आबरू का सौदा कर गंभीर अपराध का डैमेज कंट्रोल कर मैनेज मेंट करने में सफल रही मालीपुर थानाध्यक्ष व दो सिपाहियो ने पीड़िता के भाई और पिता की पिटाई कर लाकप में बंद करने के मामले में पीड़ित ने प्रभारी मंत्री गिरीश चंद यादव से मुलाकात की। प्रभारी मंत्री ने मामले को संज्ञान में लेकर पुलिस अधीक्षक को जांच कराकर कार्यवाही करने का निर्देश दिया । तो वही पुलिस अधीक्षक ने भी मामले की जांच शुरु कराई हैं।आरोप है कि जब पीड़िता के पिता ने समझौता नहीं किया तो अवैध शराब में मुकदमा लिखकर पीड़िता के पिता को भी जेल भेज देने की दी धमकी भी दी थी, जिसमें मजबूर कर होकर पीड़िता के पिता और भाई ने समझौता कर लिया था। मामला मालीपुर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत, ग्राम उमरन सैरपुर का हैं। पीड़िता की मां ने पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में मालीपुर थानाध्यक्ष पर आरोप लगाया था कि उसकी पुत्री रात में सो रही थी मेरे ननद का लडका किशन पीड़िता की लडकी का मुह दबाकर घर के पीछे उठा ले गया व जबरन उसके साथ बलात्कार किया तथा किसी को बताने पर जान से मार डालने की धमकी देकर वहाँ से चला गया। पीड़िता ने सारी बात रो-रोकर अपनी मां से बतायी थी। वहीं पत्नी ने चंडीगढ़ में रह रहे अपने पति को बताया तो उन्होने पुलिस को सूचना देने के लिए कहा था। पीडिता ने 22 मई को सुबह डायल 112 पर घटना की सूचना दी। डायल 112 के सिपाहीयों द्वारा थाने पर लिखित तहरीर देने के लिए कहा गया। मेरे द्वारा बेटी सहित थाने जाकर घटना की लिखित सूचना दी गई मौके पर मौजूद थानाध्यक्ष शिवांगी त्रिपाठी ने घटना की जाँच कराने के लिए कहा।
समझौता न करने पर पिटाई कर लाकप में किया था बंद
थाने के सिपाही बृजेश यादव व विशान पटेल ने मौके पर जाकर जाँच की व हम दोनो पक्षों को थाने बुलाया थाने पर थानाध्यक्ष व दोनो सिपाहियों द्वारा सुलह-समझौते का दबाव बनाया जाने लगा मेरे द्वारा समझौता न मानने पर मेरे नाबालिक बेटे चाहत को पुलिस ने लॉकप में बन्द कर दिया व मुझसे कहाँ कि तुम्हारे लड़के को फर्जी मुकदमा लिखकर जेल भेज दूँगा कल अपने पति के साथ थाने आना पीड़िता सुबह अपने पति दिनेश कुमार के साथ थाने गई तो प्रार्थिनी के पति को भी थाने में बन्द कर बैठा लिया और दोनो सिपाहियों ने मेरे पति और बेटे के साथ मार-पीट की और सुलह समझौता करने का दबाव बनाया।
नही किया समझौता तो अवैध शराब में थानाध्यक्ष ने लिख दिया मुकदमा
पीड़िता ने कहा कि मेरे पति और पुत्र ने जब समझौता नहीं किया तो पीड़िता के पति के विरूद्ध मुकदजा सं0- 127/2024 धारा-60 आपकारिक एक्ट में दर्ज कर रात्रि 11:30 बजे सुलहनामे पर जबरन हस्ताक्षर कराकर थाने से छोडा गया थाने में लगे सी०सी०टी०वी० कैमरे से सारी सत्यता का पता चल जायेगा।पीड़िता ने पूरे प्रकरण की जाँच कराकर दोषी थानाध्यक्ष और सिपाहियों के विरूद्ध सख्त वैधानिक कार्यवाही करते हुए मेरा मुकदमा पंजीकृत करने व नाबालिक बेटी का मेडिकल परीक्षण कराने की मांग की हैं
वही इस संबंध जांच अधिकारी क्षेत्राधिकारी जलालपुर अजय कुमार शर्मा से वार्ता की गई तो उन्होने बताया कि मामले की जांच गहनता से जा रही मामला पीड़िता के परिजनों पर मुकदमा दर्ज होना सही पाया गया हैं।जल्द रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौप दी जाएगी।