राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग ने कराया है इसका निर्माण
अयोध्या। सरयू नदी के किनारे 35 हजार स्क्वायरफुट में पुष्पवाटिका का निर्माण किया गया है। यह पुष्पवाटिका अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केन्द्र रहेगी। इसको 22 लोगो ने मिलकर तैयार किया है। वाटिका 13 दिन में तैयार की गई है। पुष्प वाटिका में 30 वैरायटी के पुष्प लगाए गए हैं। इस वाटिका में फूलों के 25 हजार पौधे लगाए गए हैं। यह पुष्प वाटिका राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की तरफ से बनायी गयी है।
विभिन्न किस्म के पुष्प के पौधों से पुष्प वाटिका तैयार की गई है, इनमें गजेनिया, डेन्टस, गेंदा लाल चायनीज, गेंदा पीला हाइब्रिड, पेंन्जी, उहेलिया, गुलदाबदी, इहेलिया पाट, डहेलिया पीपी फाल, डाग फ्लावर, गुडहल, सालविया, फाइकस, अशोक पिन्डोला, साइप्रस फाल, बोतल पाम, बोतल पाम, बेनजीना फाइकस, फोक्सटेल पाम, पिटोनिया, कैरन, डोला, मनोकामनी, पिटोनिया, मधुकामनी, गुडहल पाट, अलेरिया, मोरपंख गोल्डेन, स्नाफ इण्डिया, साइप्रस पाट, गुलाब, मूनीप्रास फूल के पौधे रोपित किए गए हैं, जो अयोध्या की छटा को और भी सुन्दर बना रहे है।