मिल्कीपुर, अयोध्या। मिल्कीपुर में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने संपूर्ण समाधान दिवस में मौजूद अधिकारियों से कहा कि जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुना जाए, उनकी समस्याओं का तत्काल गुणवत्ता के साथ निस्तारण किया जाए। शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। यदि समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण सही तरीके से कर दिया जाएगा, तो शिकायतकर्ता दोबारा तहसील दिवस में नहीं आएगा। समाधान दिवस में एसडीएम अमित जयसवाल, तहसीलदार हेमंत गुप्ता, क्षेत्राधिकारी आशुतोष मिश्रा समेत अन्य विभाग के जिला एवं तहसील स्तरीय अधिकारी समाधान दिवस में फरियादियों की समस्याएं सुनी।
बलारमऊ गांव निवासी दयाशंकर पाठक ने तहसील दिवस में डीएम को प्रार्थना पत्र देते हुए आरोप लगाया है। कि बीते 18 मई को थानाध्यक्ष कुमारगंज ने थाने पर बुलाया मैं जब अपने दामाद जितेंद्र मिश्रा के साथ गया तो गाली गलौज करते हुए थानाध्यक्ष ने बिना कुछ पूछे ही मेरे दामाद व मुझको मेरे विपक्षी देवी प्रसाद पाठक के सामने मारा पीटा तथा मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। जिलाधिकारी ने मामले की जांच क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर आशुतोष मिश्रा को सौंपी है, बार एसोसिएशन मिल्कीपुर के अधिवक्ताओं ने तहसील अध्यक्ष पवन शुक्ला की अगुवाई में सामूहिक रूप से समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देते हुए कहा कि तहसील क्षेत्र के 17 ग्राम सभाओं में चकबंदी प्रक्रिया निरस्त हो गई है और ग्राम की खतौनी में पारित आदेशों का अनुपालन शासन के निर्देश के तहत चकबंदी अधिकारी द्वारा नहीं किया जा रहा है, जिसके चलते तहसीलदार द्वारा परगना के अनुपालन पर रोक लगा दी गई है। जो 4 माह से लंबित है। जिलाधिकारी ने एसओसी को 15 दिन के भीतर मामले का निस्तारण करने का आदेश दिया है। समाधान दिवस में कुल 291 मामले आए जिनमें से 10 मामलों का निस्तारण संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा मौके पर करा दिया गया। दिवस में सभी विभाग के मौजूद अधिकारियों से जिलाधिकारी ने कहा कि समय अवधि के भीतर ही मामलों का सही तरीके से निस्तारण करें ताकि दोबारा वही शिकायत समाधान दिवस में ना आए।