अयोध्या। जिलाधिकारी नितीश कुमार के निर्देश पर तहसील रूदौली में कैथी माझा सल्लाहपुर, महंगू का पुरवा बाढ़ क्षेत्र का अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व महेंद्र कुमार सिंह, एसडीएम अंशुमान सिंह के साथ भौतिक निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया तथा ग्रामीणों से वार्ता कर किसी भी प्रकार की समस्या से निपटने व समस्या के त्वरित समाधान हेतु ग्रामीणों को आश्वस्त किया। ग्रामीणों की सहायता एवं उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति के दृष्टिगत 5 नावें पहले से चल रहीं थीं मौके को देखते हुए महँगू पुरवा में 3 नावें और लगा गई वहां पर जल स्तर आज कुछ कम हुआ हैप् आबादी का अभी कोई क्षेत्र प्रभावित नहीं है।
जिलाधिकारी ने बताया कि वर्तमान में घाघरा/सरयू नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण जनपद में तहसील सदर के 04 ग्राम (मांझा मूड़ाडीहा अयोध्या, माझा मड़ना, माझा रामपुरपुवारी, माझा काजीपुर बिस्वा) व तहसील सोहवल का 01 ग्राम मांझाकला व तहसील रूदौली के 04 ग्राम (सण्डरी पूरे मंहगू, कैंथी माझा, सल्लाहपुर मजरे कैंथी, पूरे मंहगू मजरे पसैया), इस प्रकार जनपद के कुल 09 ग्राम बाढ़ से आंशिक रूप से प्रभावित हुए है। उक्त गांवों प्रभावित लोगों के अभी विस्थापन की आवश्यकता नहीं है। राजस्व विभाग व अन्य विभागों द्वारा सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत सतत निगरीनी रखी जा रही है। बाढ़ के निगरानी हेतु जनपद स्तर पर व तहसील स्तर कण्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिसका 24 गुणा 7 संचालन किया जा रहा है। तहसील सदर द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवगमन हेतु 05 नाव, तहसील सोहावल द्वारा 01 नाव, व तहसील रूदौली द्वारा 8 नाव कुल 14 नावों का तहसील स्तर से संचालन कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित उपजिलाधिकारियों सहित बचाव एवं राहत कार्य किये जाने से सम्बन्धित विभागों को बाढ़ संभावित क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने तथा किसी भी स्थिति से निपटने हेतु समस्त आवश्यक प्रबन्ध किये जाने हेतु निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि तहसील सदर, सोहावल व रूदौली के उप जिलाधिकारी/तहसीलदार को सतत निगरानी करने व खाद्यान्न वितरण व पशुओं के चारे हेतु भूसे का वितरण आवश्यकतानुसार कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया है।
वहीं अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अयोध्या द्वारा तहसील रूदौली व सोहावल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत आश्रय स्थलों के संचालन हेतु समस्त आवश्यक प्रबन्ध किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सम्बन्धित उपजिलाधिकारी/तहसीलदार, चिकित्सा विभाग व पशुचिकित्सा विभाग द्वारा बनाई गयी टीमों द्वारा भी बाढ़ क्षेत्रों का भ्रमण किया जा रहा है। चिकित्सा विभाग की टीमों द्वारा टीकाकरण का कार्य भी किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में सम्भावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले परिवारां को राहत व खाद्य सामग्री यथा त्रिपाल एवं राशन किट का वितरण किये जाने का प्रबन्ध किया गया है, आवश्यकतानुसार राहत सामग्री का वितरण किया जायेगा। सम्भावित बाढ़ से होने वाले प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर रखे जाने की व्यवस्था कर ली गई है। आकस्मिकता की स्थिति में किसी भी बाढ़ प्रभावित व्यक्ति व परिवार को कोई असुविधा न हो साथ ही वहां पर प्रकाश, स्वास्थ्य, पेयजल, साफ-सफाई आदि का विशेष प्रबन्ध किये जाने हेतु सम्बन्धित के निर्देशित किया गया है। नदी के खतरे का जलस्तर-92.730 मीटर (खतरे का बिन्दु), अधिकतम जलस्तर-94.010 मीटर (वर्ष 2009), आज दिनांक 11.08.2023 का जलस्तर-93.020 मीटर है।