अंबेडकर नगर। एनटीपीसी-टांडा द्वारा अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत परियोजना प्रभावित गाॅवों की महिलाओं के लिए आयोजित एक माह हेतु ‘झूमर मेकिंग एवं टेराकोटा प्रशिक्षण कार्यक्रम’ का समापन समारोहपूर्वक किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन शांति निकेतन जन सेवा समिति, वाराणसी के सहयोग से किया गया। नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत महिलाओं को ‘झूमर मेकिंग एवं टेराकोटा प्रशिक्षण कार्यक्रम’ के माध्यम से आमदनी बढ़ाने के संबंध में समुचित प्रशिक्षण दिया गया। मखदूम नगर ग्राम के पंचायत भवन में झूमर मेकिंग का प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें आसपास गाॅव की 36 महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा शरीफपुर गाॅव के अंबेडकर हाॅल में टेराकोटा का प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें आसपास गाॅव की 30 महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
टांडा परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक बी.सी.पलेई ने ‘झूमर मेकिंग एवं टेराकोटा‘ प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर महिलाओं से संवाद स्थापित किया। उन्होंने कहा कि एनटीपीसीे टांडा द्वारा परियोजना प्रभावित क्षेत्र की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए विविध प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। इसी क्रम में परियोजना प्रभावित गाॅंव महिलाओं का स्वयं सहायता समूह बनाकर ‘झूमर मेकिंग एवं टेराकोटा प्रशिक्षण’ दिलाया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से महिलाओं के ज्ञान में बढ़ोत्तरी के साथ रोजगार के नए अवसर सृजित होगें। यह प्रशिक्षण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए महिलाओं को अपनी शुभकामनाएं दीं तथा सभी प्रशिक्षकों को धन्यवाद दिया। उन्होनें कहा की भविष्य में ऐसे कार्यक्रम चलाए जाते रहेगें जिससे आने वाले समय में आसपास के लोगो को रोजगार के नए अवसर मिलेगें। एनटीपीसी-टांडा आसपास के गाॅव के विकास के लिए सदैव दृढ़संकल्पित है।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (मा0सं0) एस.एन. पाणिग्राही ने भी अपने संबोधन में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का हौसला बढ़ाया तथा कार्यक्रम के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने पर अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस अवसर पर एनटीपीसी-टांडा द्वारा अपने नैगमिक सामाजिक दायित्व-सामुदायिक विकास योजना के तहत आसपास के गॉवों के विकास के लिए विविध कार्यक्रमों की चर्चा की।
कार्यक्रम में शांति निकेतन जन सेवा समिति, वाराणसी के प्रशिक्षक ने एनटीपीसी टांडा द्वारा आसपास के महिलाओं की आर्थिक उन्नति के लिए की गई इस नेक पहल की सराहना की। उन्होनें प्रशिक्षण के दौरान ‘झूमर मेकिंग एवं टेराकोटा‘ के तकनीकों के बारे में बहुमूल्य जानकारी सांझा की। उन्होनें कहा कि एनटीपीसी एक ऐसी संस्था है जो महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए जमीनी स्तर पर पूरी निष्ठा के साथ काम कर रही है।
प्रशिक्षण में सम्मिलित प्रतिभागियों ने रोजगार सृजित करने के उद्देश्य से आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए एनटीपीसी टांडा प्रबंधन के प्रति आभार प्रकट किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन एनटीपीसी टांडा के वरि0 प्रबंधक (आरएंडआर) एस.एन.पाण्डेय एवं आशुतोष कुमार द्वारा किया गया।