अंबेडकर नगर। विगत 19 दिसंबर से तिवारीपुर में जारी रामलीला मंचन के चौथे दिन अहिल्या उद्धार से लेकर फुलवारी तक की लीला का मंचन किया गया। श्री राम महोत्सव समिति तिवारीपुर के तत्वाधान में जारी रामलीला के चौथे दिन अंतर्राष्ट्रीय मिथिलांचल अवध आदर्श बाल रामलीला रामघाट अयोध्या से आए हुए कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति दी। जनकपुर जाने के क्रम में जब श्रीराम आश्रम के पास आए तो वीरान अवस्था में देखकर उन्होंने गुरु विश्वामित्र से पूछा कि ये किनका आश्रम है जो इतना सुनसान है। फिर गुरु विश्वामित्र ने उन्हें प्रकरण बताते हुए देवी अहिल्या का उद्धार करने को कहा। श्रीराम के चरण स्पर्श से देवी अहिल्या का फिर से अपने रूप में वापसी हो गई, इसके बाद राजा जनक के सीता स्वयंवर के मिले निमंत्रण पर गुरु विश्वामित्र के साथ राम और लक्ष्मण जनकपुर पहुंचते हैं जहां पर फुलवारी में पूजन करने आई माता सीता वा उनकी सखियां राम को देखकर मंत्र मुग्ध हो जाती हैं। वहां माता सीता बर मांगती है कि भगवान राम ही धनुष भंग करें। रामलीला में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे दर्शक कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति देखकर भाव विभोर हो उठे। दर्शक भगवान राम वा माता सीता की जय जय करते रहे।
रामलीला मंचन के चौथे दिन के मुख्य अतिथि के रूप में विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष प्रदीप पांडे व विशिष्ट अतिथि के रूप में आनंद सिंह बाबा रामलीला मंचन के दौरान मौजूद रहे साथ ही अहरौली थानाध्यक्ष गजेंद्र विक्रम सिंह भी उपस्थित रहे। वहीं रामलीला मंचन की व्यवस्था में रामलीला समित के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद तिवारी, अरविंद मिश्रा, कन्हैया प्रसाद, भागवत तिवारी वा रामलीला समिति के कार्यकर्ता व पदाधिकारी व्यवस्था में जुटे हुए थे।