अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के निर्देशन में महिला शिकायत एवं कल्याण प्रकोष्ठ एवं एक्टीविटीज क्लब द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘इन्वेस्ट इन वूमेनः एक्सीलरेट प्रोग्रेस‘ विषय पर वेबिनार का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर, राजस्थान की पूर्व कुलपति प्रो. चंद्रकला पाडिया रही। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं में आत्मविश्वास ही सही मायने में इस दिवस की सार्थकता है। सभी को नारियों को देवियों और माता की भांति सम्मान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे वेदों में स्त्री को बहुत ऊंचा स्थान प्रदान किया गया है फिर भी हम अपने छात्रों को कभी भी वेदों में शामिल भारतीय नारीवाद के बारे में नहीं पढ़ाते है। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपनी संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। जिसमें हमें बताया गया है कि एक मां सर्वश्रेष्ठ गुरु है। नारी अदम्य क्षमताओं का द्योतक है। अगर उन क्षमताओं का समाज में सम्मान के साथ उपयोग किया जाए तो किसी भी समाज के विकास को रोका नहीं जा सकता है। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि महिलाओं में जन्मजात बहुत से ऐसे गुण पाए जाते हैं। उन्हीं गुणों के अनुरूप अगर समाज में क्रियाकलापों का संचार किया जाए तो किसी भी देश के विकास को गति मिलेगी।
वेबिनार में विशिष्ट अतिथि देवा मेमोरियल हास्पिटल नेत्र सर्जन डा. दीप्ति वर्मा कहा कि पुरुषों और महिलाओं की अलग अलग जरुरतों और क्षमताओं पर समान ध्यान देना चाहिए। उनके कार्य के आधार पर उन्हें बाटना नही चाहिए। महिलाओं को शिक्षित कर स्वावलंबी बनाना चाहिए। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए महिला शिकायत एवं कल्याण प्रकोष्ठ समारोह की समन्वयक प्रो. तुहीना वर्मा ने बताया कि किसी भी देश की प्रगति का आकलन वहां की नारियों की स्थिति को देखकर किया जा सकता है। नारियों में दुर्गा, काली, सरस्वती आदि शक्तियों का वास होता है। जब महिला सशक्त होगी तो पूरा परिवार सशक्त होगा यदि नारियों के विकास हेतु सभी प्रयास करेंगे तो निश्चित ही हमारे राष्ट्र का विकास होगा। कार्यक्रम में एक्टिविटी क्लब के समन्वयक डॉ. सुरेन्द्र मिश्रा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनीषा यादव ने किया।
इस वेबिनार में प्रकोष्ठ की डॉ. महिमा चैरसिया, डॉ. प्रतिभा त्रिपाठी, इंजीनियर निधि प्रसाद, डॉ. स्नेहा पटेल, गायत्री वर्मा, वल्लभी तिवारी डॉ. दिनेश कुमार सिंह सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।