अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय के अटल अतिथि गृह में दोपहर राज्यपाल आनन्दीबेन का आगमन हुआ। उन्होंने प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के अन्तर्गत ललित कला के छात्र-छात्राओं द्वारा भित्ति-चित्रण का अवलोकन किया। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं के रचनाधर्मिता की तारीफ करते हुए कहा कि विद्यार्थियों में अद्भुत प्रतिभा है जिसे टीम भावना से भारतीय लोक कला को दीवारों पर उकेरा है। राज्यपाल ने अतिथि गृह की दीवारों पर 50 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भारत के पंजाब, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, केरल, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, बिहार तथा उत्तर प्रदेश आदि की लोक कला एवं जनजातीय कलाओं के चित्रण का अवलोकन किया। राज्यपाल ने क्रमवार भित्ति चित्रकला का अवलोकन करते हुए छात्र-छात्राओं से संवाद किया। विद्यार्थियों ने राज्यपाल को बताया कि आम जनमानस को लोक संस्कृति से रूबरू कराने के लिए कलाकृतियों को उकेरा गया है। इसमें मधुबनी, कलमकारी, सांझी, पिछवई, गोंड, कोहबर, केरला भित्ति चित्रण तथा तुलसी-चैरा सहित कई परंपरागत कला शैली दीवारों पर चित्रित किया गया है।
राज्यपाल आनन्दीबेन ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भारतीय लोक कला को दीवारो पर उकेरा है। इसमें इनकी रचनाधर्मिता दिखाई पड़ रही है। यह परम्परा लोक सांस्कृतिक धरोहरों को हिस्सा है। इसे विद्यार्थियों ने दीवारों पर उकेर जीवंत किया है।
राज्यपाल के आगमन पर नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, कुलपति प्रो प्रतिभा गोयल, वित्त अधिकारी पुर्णेन्दु शुक्ल, कुलसचिव उमानाथ, प्रो एसएस मिश्र, प्रो चयन कुमार मिश्र, प्रो अशोक राय, प्रो आशुतोष सिन्हा, प्रो हिमांशु शेखर सिंह सहित अन्य ने पुष्पगुच्छ भेटकर स्वागत किया। इसके उपरांत राज्यपाल के संग छात्र-छात्राओं गु्रप फोटोग्राफी कराई। इस अवसर पर आयुक्त गौरव दयाल, जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह, एसएसपी राज करन नय्यर, डॉ सुरेन्द्र मिश्रा, डॉ सरिता सिंह, डॉ नीलम सिंह, डॉ महिमा चैरसिया, डॉ विजयेन्दु चतुर्वेदी, उपकुलसचिव दिनेश कुमार मौर्य, डॉ महेन्द्र पाल सिंह, अभियन्ता आरके सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे।