अयोध्या। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साधू संतो पर दिए गए बयान के विरोध में अयोध्या के संतो ने संत दिवाकराचार्य के नेतृत्व में दर्जनों संतों ने सरयू की जलधारा में खड़े होकर अखिलेश यादव को दिया तिलांजलि दी। इस दौरान अखिलेश यादव तथा समाजवादी पार्टी विरोधी नारे बाजी भी की गई।
बाल संत दिवाकराचार्य ने कहा कि युवा संत दिवाकराचार्य महाराज ने कहा कि अखिलेश यादव के बयान से पूरे भारत के साधु संत आहत हैं। साधु-संतों पर इस तरह का प्रहार नहीं करना चाहिए। हिंदू समाज को इस पर विचार करना चाहिए। अखिलेश यादव खुद साधु-संतों के गोद में रहे। अभी तक उन्हीं की गोद में खेलते आए हैं और अब साधु-संतों को माफिया बोल रहे हैं। हमारे शास्त्रों में वर्णन है जब किसी व्यक्ति के अंदर धर्म संस्कृति और संस्कार सम्मान न बचा हो तो ऐसे व्यक्ति को तिलांजलि दे देना चाहिए। इसके साथ ही पूर्ण जीवन के लिए ऐसे व्यक्ति का त्याग कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि साधु -संत माफिया नहीं होते हैं। बल्कि समाज सुधारक और संस्कृति धर्म के प्रचारक होते हैं।