◆ बिजली को लेकर आने वाले समय में आत्मनिर्भर दिखेंगे अयोध्या के लोग
◆ सबसे ज्यादा लोगो की जिज्ञासा कि पूरे प्लान को सरकार कैसे करेगी लागू
अयोध्या। राजकीय इंटर कालेज अयोध्या का मैदान। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निकाय चुनाव को लेकर सभा थी। इस सभा के दौरान बड़ी व जिज्ञासा को बढ़ाने वाली घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूर्यवंशियों की राजधानी अयोध्या देश की पहली सौर सिटी बनने जा रही है। अब इसको लेकर लोगो के बीच में चर्चा का दौर चल रहा है। सोलर एनर्जी उर्जा का विकल्प तो बनती जा रही है। परन्तु अयोध्या के सोलर सिटी बनने के फायदे क्या होंगे।
वर्तमान में निर्वाध रुप से बिजली देना सरकार के लिए चुनौती बनी हुई। पुराने इन्फ्रास्टेक्टर में परिवर्तन तथा लाईन लास की वजह से बिजली की दरों को बढ़ाने में सरकार की मजबूरी सामने आयी है। 24 घंटे सप्लाई को लेकर सरकार कई क्षेत्रों में काम कर रही है। परन्तु इसको बेहतर करने के लिए अन्य विकल्पों पर सरकार द्वारा विचार किया जा रहा है। जिससे लोगो को अच्छी बिजली कम दामों में मिल सके तथा 24 घंटे विद्युत सप्लाई को लेकर सरकार के सामने आ रही दिक्कतें दूर हो सके। अब इसके लिए सरकार शहरों को सौर सिटी में तब्दील करने के विकल्प पर सोच रही है। इसके लिए अयोध्या का चयन किया गया है। परन्तु अभी लोगो के मन में कई सवाल है। सोलर प्लांट में वन टाईम इनवेस्टमेंट काफी होता है। ज्यादातर लोग इसको वहन करनें सक्षम नहीं होगें। ऐसे में सरकार इसको लेकर सब्सिडी देती है अथवा कोई इस्टामेंट की स्कीम लेकर आती है। इस बात की चर्चा हो रही है। वहीं इसका रखरखाव में दिक्कतें आ सकती है। जिसको लेकर क्या व्यवस्थाएं की जायेगी। अयोध्या अंडरग्राउन्ड केबिल सिस्टम किया गया है। जब सौर उर्जा का इस्तेमाल होगा तो इनका क्या होगा। ऐसे कई सवाल है जो लोगो के जेहन में है। परन्तु सरकार ने इसके बारें में एक व्यापक रणनीति अवश्य बनाई होगी। आने वाले समय में लोग बिजली को लेकर आत्मनिर्भर होते अयोध्या में दिखाई देने वाले है।