अयोध्या। बेनीगंज साकेतपुरी कालोनी में स्थित अयोध्या चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में नवजात की इलाज के दौरान मौत के मामले में शहीद भगत सिंह स्मृति ट्रस्ट के चेयरमैन सत्यभान सिंह जनवादी ने गंभीर आरोप लगाए है। उनका कहना है कि ट्रस्ट के सदस्य धीरज द्विवेदी की भांजी आराधना मिश्रा को गुरु कृपा हॉस्पिटल में बच्चा हुआ था। बच्चे को वेटिलेटर की जरूरत थी तो 9 मई को सुबह 10 बजे इस अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां के डाक्टर अंकुश शुक्ला की देखरेख में इलाज शुरू करने से पहले डेढ़ लाख रुपया जमा कराया। सोमवार की सुबह डाक्टर ने कहा कि बच्चे को लखनऊ ले जाइए हमारे बस का नहीं है। एंबुलेंस कराकर जबरजस्ती भी रहे थे। उनका कहना है कि यहां से परिजन बच्चे को लेकर दूसरे बाल रोग विशेषज्ञ के यहां ले गए। जहां बताया गया कि ढाई घंटे पहले बच्चा मर चुका है।
ट्रस्ट के चेयरमैन सत्यभान सिंह जनवादी ने कहा कि डाक्टर ने पैसा कमाने के चक्कर में मासूम की जान ले लिया। घोर लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हुई। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के सदस्य जल्द ही उच्च अधिकारियों से मिलकर कार्यवाही की मांग करेगा।