अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में शनिवार को नेशनल टेक्नोलॉजी दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारम्भ डीन स्टूडेंट अफेयर आईईटी बीएचयू के प्रो राजेश कुमार, रिजनल कोर्डिनेटर रिजनल एकेडमिक सेंटर इसरो, आईईटी, बीएचयू के प्रो शिशिर गौर, आर्गेनाजिंग सेक्रेटरी विज्ञान भारती अवध प्रांत आशुतोष सिंह, मुख्य नियंता प्रो एसएस मिश्र व अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो नीलम पाठक ने मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता आईईटी बीएचयू के प्रो राजेश कुमार ने कहा कि पोखरण परमाणु परीक्षण भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा प्रणाली के लिए एक बड़ी उपलब्धि रही है। जिसकी तुलना पौराणिक कथाओं के शक्ति ब्रह्मास्त्र हथियार प्राप्त करने के लिए की जाती है। उन्होंने कहा कि यह दिन भारतीय वैज्ञानिकों की उल्लेखनीय उपलब्धियों का पल रहा है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि इसरो, आईईटी, बीएचयू के प्रो शिशिर गौर ने टेक्नोलॉजी दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि टेक्नोलॉजी हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुकी है। वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से देश पूरी दुनिया में अमिट छाप छोड़ रहा है। देश को विकसित बनाने के लिए सकारात्मक प्रयास करना होगा। इसकी क्रम में मुख्य नियंता प्रो एसएस मिश्र ने बताया कि आज का दिन हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन एक लम्बे प्रयास के बाद परमाणु पोखरण परीक्षण में सफलता मिली थी। इसी से भारत की शक्ति का अहसास किया जा सकता है। आज अपने देश के वैज्ञानिको पर नाज है।
इसी क्रम में विज्ञान भारती अवध प्रांत आशुतोष सिंह ने कहा कि आज का युवा विकसित भारत का सपना पूरा कर सकता है। कार्यक्रम में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो नीलम पाठक ने युवा इंजीनियर से कहा कि देश के टेक्नोलॉजी के गतिमान में बढ़चढ़ कर सहयोग करें। इसमें आप सभी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। कार्यक्रम में अतिथियों को स्वागत पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह भेटकर किया गया। छात्राओं द्वारा कुलगीत की प्रस्तुति की गई।
इस कार्यक्रम में बीटेक, एमसीए, एमएससी के छात्रों द्वारा 30 मॉडल प्रदर्शित किए गए जिसमें प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चार को सांत्वना पुरस्कार देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन डॉ बृजेश भारद्वाज ने किया। कार्यक्रम का संचालन इं. हर्षित सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर प्रो केके वर्मा, डॉ गीतिका श्रीवास्तव, डॉ ब्रजेश भारद्धाज, डॉ विनीत सिंह, इंजीनियर चन्द्रकांत कैथवास, इंजीनियर अनुराग सिंह, इंजीनियर पियूष राय, इंजीनियर रमेश मिश्र सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं विद्यार्थी मॉजूद रहे।