अयोध्या। प्रेस क्लब सिविल लाइन में हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर हिन्दी पत्रकारिता का महत्व व स्वरूप विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र टस्ट्र के महासचिव चंपत राय ने किया। कार्यक्रम में पांच पत्रकारों को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य वक्ता प्रदीप दुबे यूनीवार्ता प्रमुख लखनऊ ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता में समय के साथ परिवर्तन हुए है। परिवर्तन सकारात्मक व नकारात्मक पहलू होते है हम परिवर्तन को किस रूप में लेते है यह मुख्य विषय है। हिन्दी समृद्ध भाषा है। पत्रकारों को अन्य भाषा के प्रयोग से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता बदल रही है। हमें सोशल मीडिया की खबरों को सयंम से लेना चाहिए। उसके प्रभाव के बारे में सोच लेना चाहिए। पत्रकारा समाज के शिक्षक के रूप में काम करता है।
श्री राम जन्मभूमि के महासचिव चंपत राय ने कहा कि बीज छोटा होता है अच्छे विचार से रोपा गया बीज वृक्ष बन कर सभी को छाया देता है। आज के दिन 199 साल पूर्व हिन्दी का प्रथम अखबार निकाला है। आज भाषाई पत्रकारिता वट वृक्ष हो गई है। अखबार की विश्वनीयता इतनी है कि दो दिन पुराना अखबार भी पढ़ा जाता है। उन्होंने कहा कि जन्मभूमि आंदोलन की खबरों की कवरेज करना एक साहस का काम था। सूचना अधिकारी संतोष कुमार त्रिवेदी ने कहा की उर्तंड मार्तड से हिन्दी पत्रकारिता का सफर आज एक विशाल स्वरूप में हम सभी के सामने है। वरिष्ठ पत्रकार वीएन दास ने कहा कि समय के साथ हिन्दी पत्रकारिता में परिवर्तन आया। हिन्दी पत्रकारिता का एक दौर ऐसा भी था जब लोग हिन्दी के शब्दों को अखबार से करेक्ट किया करते थे। लोगों का अखबार के प्रति विश्वास था। आज पत्रकारिता मिशन पर व्यापरिकता हावी होती जा रही है। प्रेस क्लब अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन प्रेस क्लब सचिव जयप्रकाश सिंह ने किया। कार्यक्रम में शरद शर्मा, द्वारिकाधीश सिंह, एसपी सिंह, वेद प्रकाश पाठक व प्रमोद कुमार श्रीवास्तव को सम्मानित किया गया। मौके पर हरिकृष्ण अरोड़ा, सुमन गुप्ता, राम कुमार सिंह, उग्रसेन मिश्र, विमलेश तिवारी, अजय श्रीवास्तव, दीप सहाय, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक कुमार सिंह रोहित, अतुल सिंह सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही।